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  • दस्यु है। उसे कोई सुख न होवे, तुम शत्रुओं के समान उसका वध कर दो अथवा दास के समान उस पर अनुशासन करो। कुर्वन्नेवेह कर्माणि जिजीविषेच्छतं समाः। एवं त्वयि ना...
    ११ KB (७५३ शब्द) - ०९:५३, ५ मार्च २०२४
  • नहीं हो सकते। ईश्वर ही ईश्वर की उपलब्थि कर सकता है। सभी जीवंत ईश्वर हैं–इस भाव से सब को देखो। मनुष्य का अध्ययन करो, मनुष्य ही जीवन्त काव्य है। जगत में जितने...
    ९९ KB (७,८२३ शब्द) - १९:२२, ५ अगस्त २०२३
  • जाओगे तो स्वर्ग प्राप्त करोगे या यदि तुम जीत जाओगे तो पृथ्वी के साम्राज्य का भोग करोगे। अतः दृढ़ संकल्प करके खड़े होओ और युद्ध करो। (कृष्ण ने कहा) एक योद्धा...
    ९ KB (५६९ शब्द) - २०:३३, १३ अगस्त २०२३
  • भारतवर्ष॥ हरा-भरा यह देश बना कर विधि ने रवि का मुकुट दिया, पाकर प्रथम प्रकाश जगत ने इसका ही अनुसरण किया। प्रभु ने स्वयं 'पुण्य-भू' कह कर यहाँ पूर्ण अवतार लिया...
    २४ KB (१,७६६ शब्द) - ०६:०३, ७ अप्रैल २०२४
  • सुनो, (२) प्रश्न पर प्रतिप्रश्न करो, (३) मूर्खता करने का साहस करो, (४) सरल करो, सरल करो। -- Paul Krugman, "How I Work", American Economist (1993) शोध...
    २ KB (१५४ शब्द) - २२:०८, २२ नवम्बर २०२२
  • होगा। - शिवपूजन सहाय चक्कवै दिली के अथक्क अकबर सोऊ, नरहर पालकी को आपने कँधा करै। - बेनी कवि यह निर्विवाद है कि हिंदुओं को उर्दू भाषा से कभी द्वेष नहीं रहा।...
    १०५ KB (७,०२६ शब्द) - २०:२८, २४ सितम्बर २०२३
  • व्याघ्ररहित वन भी काट दिया जाता है। इसलिए व्याघ्र को चाहिये कि वह वन की रक्षा करे और वन को चाहिए कि वह (अपने अन्दर) व्याघ्र को पाले। अत्यन्त लोभी का धन तथा...
    ७७ KB (५,२०३ शब्द) - २२:५६, ११ अगस्त २०२३
  • अमृत पाने की है, पर जगत् में जुड़ती छाछ भी नहीं। सज्जन मेरी ढिठाई को क्षमा करेंगे और मेरे बाल वचनों को मन लगाकर सुनेंगे। कवि न होउँ नहिं बचन प्रबीनू । सकल...
    १०० KB (७,९९९ शब्द) - ०९:५२, १८ जून २०२३
  • हासिल नहीं किया था, बोस की आजाद हिन्द फौज ने दो साल से भी कम समय में हासिल कर लिया और अंग्रेजों को भारत छोड़ने का फैसला करना पड़ा। और उसकी यह उपलब्धि वास्तव...
    ८२ KB (६,२८८ शब्द) - २०:४६, २३ सितम्बर २०२३
  • दंड भी देती है। बहन क्षमा का रूप है। भाई न्याय करे, अन्याय करे, डांटे या प्यार करे, मान करे, अपमान करे, बहन के पास क्षमा के सिवा और कुछ नहीं है। वह केवल...
    ७५ KB (५,८५४ शब्द) - १३:१९, १० सितम्बर २०२३
  • रहिये और फल के लिए व्यर्थ चिंता नही करिए और किया हुआ परिश्रम कभी व्यर्थ नही जाता है। हम हमेसा यह प्रार्थना ना करे की हमारे ऊपर कभी भी किसी प्रकार की कोई...
    १२ KB (९७९ शब्द) - ०९:१७, ९ अक्टूबर २०२२
  • सरिता गिरि धरनी, परहित हेतु सबन्ह कै करनी। संत हृदय नवनीत समाना, कहा कबिन्ह करि कहइ न जाना। निज परिताप दवइ नवनीता, परदुख द्रवहिं संत सुपुनीता। (रामचरित मानस...
    ५७ KB (४,१०६ शब्द) - ०६:५७, २३ फ़रवरी २०२३
  • फेर । कर का मन का डार दे, मन का मनका फेर ॥ -- कबीर जग में बैरी कोई नहीं, जो मन शीतल होय । यह आपा तो डाल दे, दया करे सब कोय ॥ -- कबीर मन का विकास करो और उसका...
    ४ KB (२८१ शब्द) - ०८:५३, २९ दिसम्बर २०२२
  • हब्बार्ड कला तो ईश्वर और कलाकार की संयुक्त कृति है और कलाकार जितना कम काम करे, उतना ही अधिक अच्छा। --आंद्र जीद कला प्रकृति की सहायता करती है और अनुभव कला...
    १८ KB (१,३९३ शब्द) - ०७:४६, १० नवम्बर २०२२
  • इन्सान कभी गिरता नहीं। प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करो, और उसके सेवकों के सेवक बन जाओ। भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं. वो सभी...
    ६ KB (४५१ शब्द) - १२:५७, १४ मई २०२२
  • को आरम्भ करने में आलस्य करते हैं, उनका विनाश होता है।) छोटा आरम्भ करो, शीघ्र आरम्भ करो। शुभारम्भ हुआ, समझो आधा काम हो गया। हजारों मील की यात्रा भी प्रथम...
    ५ KB (३६९ शब्द) - ११:००, ५ जनवरी २०२३
  • मेरी चापलूसी करो, और मैं तुम पर विश्वास नहीं कर सकता। मेरी आलोचना करेंगे तो मैं शायद आपको पसंद न करुं। मुझे अनदेखा करो, मैं आपको क्षमा नहीं कर सकता। मुझे...
    १४ KB (१,०३० शब्द) - ०८:०१, ७ जून २०२३
  • स्वयं को हीन साबित करना है। सच्ची बड़ाई उसी की है, जिसकी शत्रु भी प्रशंसा करे। -- अज्ञात जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते हैं, वे स्वयं सिद्ध करते हैं...
    ४ KB (३०६ शब्द) - ०८:३४, ११ मई २०२२
  • से पहले कमाई करो। निवेश करने से पहले, जाँच करो। आलोचना करने से पहले इंतज़ार करो। प्रार्थना करने से पहले माफ़ करो। छोड़ने से पहले कोशिश कर लो। रिटायर होने...
    ४५ KB (३,४०६ शब्द) - १७:५०, ३० जुलाई २०२३
  • अपना जीवन समाज की भलाई तथा सांस्कृतिक व चारित्रिक उत्थान के लिये समर्पित कर दिया। जिस भी मनुष्य ने गायत्री और यज्ञ को जीवन में उतार दिया, उसका जीवन सफल...
    ११८ KB (८,७७१ शब्द) - १६:३३, १६ जनवरी २०२४
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