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कहीं आपका मतलब भारतीय तो नहीं था?
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  • कम्प्यूटर वाइरस प्रसारित करने वाला, या सही टर्मिनल तक पहुँच बना सकने वाला शत्रु भारी मात्रा में क्षति पहुँचा सकता है। -- जॉर्ज टिनेट (George Tenet), अमेरिका के...
    ५ KB (४२२ शब्द) - १२:२७, १९ दिसम्बर २०२२
  • कीं जिनसे संसार भर में लोगों के जीवन में भारी बदलाव आये। “मेन्लो पार्क के जादूगर” के नाम से प्रख्यात, 'भारी मात्रा में उत्पादन' के सिद्धान्त एवं विशाल...
    २४ KB (१,९४६ शब्द) - १७:४४, ६ नवम्बर २०२२
  • से बड़ी बड़ी सिद्धियाँ मिल जाती हैं। यह मंत्र छोटा है पर इसकी शक्ति बड़ी भारी है। अरविन्द घोष गायत्री में ऐसी शक्ति सन्निहित है, जो महत्वपूर्ण कार्य कर...
    १९ KB (१,४५५ शब्द) - ११:४३, ९ अप्रैल २०२४
  • तृस्ना उदरबृद्धि अति भारी। त्रिबिधि ईषना तरुन तिजारी॥ अहंकार अत्यंत दुःख देनेवाला डमरू (गाँठ का) रोग है। दंभ, कपट, मद और मान नहरुआ (नसों का) रोग है।  तृष्णा बड़ा भारी...
    ६ KB (३८७ शब्द) - १७:०४, १६ जुलाई २०२३
  • टूटा। यही इसकी विशेषता है। आप प्रेम को खरीद नहीं सकते, लेकिन इसके लिए आपको भारी जुर्माना जरुर भरना पड़ता है। हम मानते हैं कि धर्म चरित्र का आधार है और मानव...
    ३ KB (२२१ शब्द) - १७:२८, १९ मई २०२१
  • सफल होते हैं, और सही हैं। -- एच. एल. मेनकेन शासन में गिरावट के लिए सबसे भारी जुर्माना किसी अपने से हीन व्यक्ति द्वारा शासित होना है। -- प्लेटो, द रिपब्लिक...
    २० KB (१,४८१ शब्द) - ०९:५५, ८ जुलाई २०२३
  • प्रधानम् ॥ न चोर चुरा सकता है, न राजा छीन सकता है, न भाई बांट सकते हैं और न यह भारी है। खर्च करने पर रोज बढती है, विद्या धन सभी धनों में प्रधान है । ताराणां...
    १३ KB (८४६ शब्द) - ०८:२६, ८ मार्च २०२३
  • रोगसम भूषन भारू। जम जातना सरिस संसारू॥ प्राननाथ तुम्ह बिनु जग माहीं। मो कहुँ सुखद कतहुँ कछु नाहीं॥ -- रामचरितमानस भोग रोग के समान हैं, गहने भार रूप हैं और...
    ३ KB (२११ शब्द) - १४:००, २१ अगस्त २०२३
  • संसार में अकेला हो, जिसके कोई न हो। ज्यों-ज्यों भीजै कामरी, त्यों-त्यों भारी होय : जितना ही अधिक ऋण लिया जाएगा उतना ही बोझ बढ़ता जाएगा। ज्यों-ज्यों मुर्गी...
    २० KB (१,६४३ शब्द) - ००:१५, १ अक्टूबर २०२३
  • है कि कैसे पकड़ा जाऊं। मौत आएगी, आएगी ही पर मैं अपनी मौत को इतनी महंगी और भारी बना दूंगा कि ब्रिटिश सरकार रेत के ढेर की तरह उसके बोझ से ढक जाए। जो व्यक्ति...
    ४३ KB (३,४५१ शब्द) - १५:१८, १३ मई २०२२
  • है। माता गुरुतरा भूमेः॥ -- महाभारत वनपर्व ३१३.६० माता, भूमि से भी गुरुतर (भारी) है। नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति...
    ९ KB (६३६ शब्द) - ०७:५८, २९ दिसम्बर २०२२
  • और प्रकृति के फैसलों की पुष्टि करता है। -- Marcus Tullius Cicero हवा से भारी उड़ने वाली मशीनें बनाना असम्भव है। -- लॉर्ड केल्विन, १८९५ चट्टानें (शैल)...
    ३ KB (१८४ शब्द) - ०७:३३, ९ फ़रवरी २०२३
  • पातक भारी । निज दुख गिरि सम रज करि जाना । मित्रक दुख रज मेरू समाना । तुलसीदास जी कहते हैं – जो मित्र के दुख से दुखी नहीं होता है उसे देखने से भी भारी पाप...
    १०० KB (७,९९९ शब्द) - ०९:५२, १८ जून २०२३
  • लेने की वृत्ति चौर्य कार्य है। तुलसीदास जी कहते हैं - धन पराय विष ते विष भारी (रामचरित मानस - ७/४९/१) संयम के लिए इन्दि्रय-निग्रह आवश्यक है। पंचेन्दि्रयों...
    ५७ KB (४,१०६ शब्द) - ०६:५७, २३ फ़रवरी २०२३
  • उठ बैठती है कि बुढ़ापा उस के दरवाज़े पर दस्तक देने आ रहा है... उस के भारी भारी पपोटे जिन पर बरसों की उचटी हुई नींदें मुंजमिद हो गई हैं, मेरे अफ़्सानों...
    ११ KB (८६७ शब्द) - ०९:४१, २९ अक्टूबर २०२२
  • जानिए कब नुकसान उठाना है। जिम्मेदार बनें। जल्दबाजी में लिए गए फैसले से हमेशा भारी नुकसान होता है। किसी भी स्टॉक में पैसा लगाने से पहले अपना समय लें। अनुचित...
    ४ KB (३१८ शब्द) - १२:३५, १८ सितम्बर २०२२
  • खात्। मनः शीघ्रतरं वायोश्चिन्ता बहुतरी नृणाम ॥ -- महाभारत माता भूमि से भी भारी होती है, पिता आकाश सेभी ऊँचा होता है, मन वायु से भी तेज दौड़ता है। मानव शरीर...
    ८ KB (५४७ शब्द) - ०९:११, २९ दिसम्बर २०२२
  • (चखता) है। ज्ञानं भारः क्रियां बिना। -- हितोपदेश आचरण के बिना ज्ञान केवल भार होता है। उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः। नहिं सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति...
    ११ KB (७५३ शब्द) - ०९:५३, ५ मार्च २०२४
  • बनी है, वह पुरुषों से बेहतर कार्य कर सकती है। देश में स्त्री साक्षरता की भारी कमी है क्योंकि यहां की स्त्रियों को कभी बंधन मुक्त होने ही नही दिया गया।...
    ४ KB (३३७ शब्द) - ००:१०, २२ मार्च २०२३
  • हैं। लेकिन आखिरकार, खलनायक कहानी के जायके में नमक ही तो हैं। किताबों को भारी होना चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया उनके अंदर होती है। किताबों ने मुझे हमेशा के...
    ५ KB (३६० शब्द) - १७:०८, १७ फ़रवरी २०२४
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