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  • मारुतः ॥ -- श्रीमद्भगवद्गीता (भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि) इस आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकते हैं और अग्नि इसे जला नहीं सकती है | जल इसे गीला...
    ५ KB (२९२ शब्द) - १३:४६, ४ अप्रैल २०२३
  • है, तो ले जाने दो–वे जितना शीघ्र बह जाएँ उतना अच्छा है। तुम अपनी अंतःस्थ आत्मा को छोड़ किसी और के सामने सिर मत झुकाओ। जब तक तुम यह अनुभव नहीं करते कि तुम...
    ९९ KB (७,८२३ शब्द) - १९:२२, ५ अगस्त २०२३
  • मंत्र हिंदी व्याख्या गायत्री मंत्र का निरन्तर जप रोगियों को अच्छा करने और आत्माओं की उन्नति के लिए उपयोगी है। गायत्री का स्थिर चित्त और शान्त हृदय से किया...
    १९ KB (१,४५५ शब्द) - ११:४३, ९ अप्रैल २०२४
  • उम्र बढ़ने के साथ ज्ञान बढ़ता ही जाता हैं। -- अरविन्द घोष आत्म-सम्मान, आत्म-ज्ञान एवं आत्म-नियन्त्रण ये तीन जीवन को प्रमुख सम्पन्न शक्ति की ओर ले जाते...
    ६ KB (४१६ शब्द) - १८:५४, २ अक्टूबर २०२३
  • है। ये दोनों ही किसी भी व्यक्ति के प्रशिक्षण के लिए ज़रूरी होता है। अगर आत्मा और इस्वर एक है तो फिर अछूत और अस्पृश्य कोई हो ही नहीं सकता है। अस्पृश्य...
    ८२ KB (६,२८८ शब्द) - २०:४६, २३ सितम्बर २०२३
  • भरत जड़ भारत नहीं है , अपितु वह ज्ञानलोक है , जिसका आविर्भाव ऋषियों की आत्मा में हुवा है। -- गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर अगर कोई देश है जो मानवता के लिए...
    २४ KB (१,७६६ शब्द) - ०६:०३, ७ अप्रैल २०२४
  • कुछ लिख जाना या फिर लिखने लायक कुछ कर जाना. क्या हम यह नहीं जानते कि आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है ? मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार...
    १० KB (७८२ शब्द) - ११:३९, २३ नवम्बर २०२२
  • निकलने मे सबसे बड़े 'अवरोधक' हैं। आत्मा, 'परमात्मा' का एक अंश है, जिसे हम अपने 'कर्मों' से 'गति' प्रदान करते हैं। फिर 'आत्मा' हमारी 'दशा' तय करती है। मानव...
    २५ KB (१,८३२ शब्द) - १६:२२, १३ अप्रैल २०२४
  • उसे अपने अंदर भी एक कमी महसूस होती है, इसी कमी को पूरा करने के लिए उसकी आत्मा बेचैन रहती है। -- प्रेमचन्द, १९३६ में लखनऊ में हुए प्रगतिशील लेखक संघ के...
    ७५ KB (५,८५४ शब्द) - १३:१९, १० सितम्बर २०२३
  • रूप में होते हैं और हर जीवन्त आत्मा को युगधर्म निबाहने के लिए बाधित करते हैं। 29) शरीर और मन की प्रसन्नता के लिए जिसने आत्म-प्रयोजन का बलिदान कर दिया, उससे...
    २६ KB (२,०५१ शब्द) - १०:४५, १२ जून २०२१
  • कि सभी १० मानव गुरुओं में एक ही आत्मा का वास था। १०वें गुरु गोबिंद सिंह (1666-1708) की मृत्यु के बाद अनन्त गुरु की आत्मा ने स्वयं को सिख धर्म के पवित्र...
    ४ KB (३१४ शब्द) - ११:४५, २७ अगस्त २०२३
  • करुणा को रुई, सन्तोष को धागा, नम्रता को गाँठ और सत्यता को मरोड़ बनाओ। यह आत्मा का पवित्र धागा है, तब आगे बढ़ो और इसे मुझपर डाल दो। परमेश्वर एक है। ओंकार...
    ६ KB (४५१ शब्द) - १२:५७, १४ मई २०२२
  • रहिये। -- ऐनी फ्रैंक आंतरिक सौन्दर्य आत्म सुधार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए। -- प्रिसिला प्रेस्ली आत्म सुन्दरता किसी भी रेफरेंस लेटर से एक बड़ा...
    १५ KB (१,००९ शब्द) - ०९:४९, ५ जून २०२३
  • रखना चाहिए। किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती अपने असल रूप को ना पहचानना है, और यह केवल आत्म ज्ञान प्राप्त कर के ठीक की जा सकती है। किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती...
    २२ KB (१,७२९ शब्द) - ११:०१, ११ मई २०२२
  • टालिए। आत्म निर्माण का ही दूसरा नाम भाग्य निर्माण है। आत्म-निर्माण सबसे बड़ा पुण्य-पुरुषार्थ है। आत्म-पक्षपात मनुष्य का सबसे बड़ा दुर्गुण है। आत्म-विश्वास...
    ११८ KB (८,७७१ शब्द) - १६:३३, १६ जनवरी २०२४
  • है। अविद्या के अन्धकार से निकलकर ज्ञान के प्रकाश की और बढ़ो। -- अथर्ववेद आत्म-ज्ञान सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है। -- डॉ० राधाकृष्णन आपका यह जानना की आप क्या जानते...
    १३ KB (९९१ शब्द) - २२:०४, २० मई २०२३
  • उप-प्रधानमंत्री बने। इस मिट्टी में कुछ अनूठा है, जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है। आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को...
    २१ KB (१,६७६ शब्द) - ०८:०८, १५ जुलाई २०२१
  • हिंदी समस्त आर्यावर्त की भाषा है। - शारदाचरण मित्र हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है। - कमलापति त्रिपाठी मैं उर्दू को हिंदी की एक शैली मात्र मानता। - मनोरंजन...
    १०५ KB (७,०२६ शब्द) - २०:२८, २४ सितम्बर २०२३
  • सकता है। -- कार्ल पॉपर विज्ञान को विज्ञान तभी कह सकते है जब वह शरीर, मन और आत्मा की भूख मिटने की पूरी ताकत रखता हो। -- Mahatam Gandhi विज्ञान तेजी से उन...
    १२ KB (८४६ शब्द) - १३:३६, ८ नवम्बर २०२२
  • पैमान के कारागार में कैसे बंद हो सकती है? -- सरदार पूर्ण सिंह जो कला आत्मा को आत्म-दर्शन करने की शिक्षा नहीं देती, वह कला ही नहीं हैं। -- महात्मा गांधी...
    १८ KB (१,३९३ शब्द) - ०७:४६, १० नवम्बर २०२२
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