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  • सत्य और भी चमक उठता है। -- अज्ञात कविता गाकर रिझाने के लिए नहीं समझ कर खो जाने के लिए है। -- रामधारी सिंह दिनकर कविता वह सुरंग है जिसमें से गुजर कर मनुष्य...
    २७ KB (१,९७४ शब्द) - १०:०७, १३ नवम्बर २०२४
  • बोली में कुछ कविता बनाऊँ पर वह मेरे चित्तानुसार नहीं बनी इससे यह निश्चित होता है कि ब्रज-भाषा ही में कविता करना उत्तम होता है और इसी के कविता ब्रज-भाषा में...
    २६ KB (१,९४३ शब्द) - ०७:०८, १४ जुलाई २०२३
  • काम करते है। -- Lou Holtz कोई भी किसी कविता की पहली पंक्ति लिख सकता है, लेकिन पहली पंक्ति के साथ दूसरी पंक्ति कविता बनाना बहुत मुश्किल काम है। -- मार्क...
    ४ KB (३०५ शब्द) - ०५:१०, ९ मार्च २०२२
  • "ताकि बचा रहे लोकतन्त्र", "प्रेम न हाट बिकाय", "धरतीपकड़ निर्दलीय", एक कविता संग्रह "स्मृति शेष", दो गजल संग्रहों "हमसफर" और "मत रोना रमज़ानी चाचा" सहित...
    १२ KB (७९१ शब्द) - ०७:५५, १५ मई २०२२
  • कविता लिखते समय कवि के सामने एक ऊँचा उद्देश्य अवश्य रहना चाहिए। केवल कविता के लिए कविता करना एक तमाशा है। अंतःकरण की वृत्तियों के चित्र का नाम कविता है।...
    ५६ KB (४,२०६ शब्द) - २०:१६, ५ दिसम्बर २०२२
  • का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद कविता कामिनि भाल में हिंदी बिंदी रूप, प्रकट अग्रवन में भई ब्रज के निकट अनूप। -...
    १०५ KB (७,०२६ शब्द) - २०:२८, २४ सितम्बर २०२३
  • काव्य से हैं। पत्रकारिता का संबंध संसार की दृष्टि से है, यह दुनिया को महसूस करने वाली कविता हैं। -- आर्कीबाल्ड मैकलेश पत्रकारिता आपकी जान ले सकती हैं,...
    १७ KB (१,२१४ शब्द) - २२:०३, ३१ अक्टूबर २०२२
  • द्वारा पुस्तकों के प्रेमी को दी जाती है। कविता का महान कार्य हमारे सपनों की स्थितियों को हमें वापस देना है। मैं दुनिया में जितना चतुर हूँ, मैं उतना ही बेहतर...
    ३ KB (२३७ शब्द) - १२:४३, १२ नवम्बर २०२२
  • १९०३ की सरस्वती पत्रिका में 'स्वदेशी वस्त्र का स्वीकार' शीर्षक से छपी कविता। यह कविता सम्पादक महावीर प्रसाद द्विवेदी की रचना थी। बोलो भैय्या दे दे तान, हिन्दी...
    २१ KB (१,५९७ शब्द) - १९:४८, २७ मई २०२४
  • आकाश, अनन्त पृथ्वी, अनन्त पर्वत सभी पर कविता हो सकती है। -- आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी (रसज्ञ रंजन ; 1920) कविता की भाषा से मनोरंजन तो होता है, परन्तु...
    ८७ KB (६,२०८ शब्द) - १८:३३, ५ दिसम्बर २०२२
  • (जन्म : 10 फरवरी 1970) हिन्दी के कवि, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। वे पूर्व में प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर भी रहे। कविता के क्षेत्र में श्रृंगार के गीत...
    ३८ KB (३,३३५ शब्द) - ०७:५९, ८ अगस्त २०२३
  • साक्षर है जिनमें ये गुण पाये जाएँ। -- मुंशी प्रेमचंद सारी दुनिया किसान के आधार पर टिकी हुई है। दुनिया के आधार किसान और मजदूर पर है। फिर भी सबसे ज्यादा जुल्म...
    ११ KB (९४३ शब्द) - १८:३१, ३० जुलाई २०२३
  • समीकरण, E=MC2 ऊर्जा और द्रव्यमान के बीच एक सम्बन्ध स्थापित करता है। यह दुनिया का सबसे प्रसिद्ध समीकरण है। समय एक भ्रम है। कल्पना, ज्ञान से अधिक महत्वपूर्ण...
    २५ KB (१,९९० शब्द) - ००:२७, ११ अगस्त २०२४
  • सेनानी, क्रान्तिकारी, कवि एवं लेखक के साथ-साथ उर्दू भाषा के शायर भी थे। 'बिस्मिल', 'अज्ञात' और 'राम' के उपनाम से उन्होंने कई कविताएँ व हिन्दी पुस्तकें लिखीं।...
    २६ KB (१,९२५ शब्द) - १७:२४, १३ जुलाई २०२४
  • शुरुआत का बहाना देता है। रंग वसन्त हर्ष फागुन होली पर कविताएँ होली की श्रेष्ठ कविताएं: मैथिलीशरण गुप्त, निराला, बच्चन और नामवर सिंह की कविताओं में रंगोत्सव...
    १० KB (७७९ शब्द) - ०७:२४, ८ मार्च २०२३
  • काका इस संसार में, मत बैठो चुपचाप। कलम बंद हो जाए तो, जीभ चलाओ आप॥ काका की कविता पढो, करो काव्य से नेह। हास्य-व्यंग्य के रंग से, स्वस्थ-मस्त हो देह॥ काका...
    ९ KB (७१० शब्द) - २०:४२, ५ मई २०२३
  • इतनी अच्छी फसल, जितनी अच्छी इस साल है, हो तो खेती करने में कविता करने का आनंद है। खेती और कविता में जरा भी फर्क नहीं लगता। मेरे विचार से तो अभी एक बीघा खेत...
    ३१ KB (२,३७० शब्द) - १८:४७, १४ मई २०२३
  • में देनी चाहिए थी वो पृथ्वी की एक असल यात्रा थी। -- मैथियाज़ मलज़ु आपकी दुनिया में गाड़ी चलाना कुछ खतरनाक लगता है। -- मिसी लायंस बिना पृथ्वी के मानव जाति...
    १८ KB (१,३४६ शब्द) - २३:३५, १२ अगस्त २०२३
  • जीवन से ज्यादा रहस्यमय। जीवन के माध्यम से आप दुनिया को हासिल कर सकते हैं, जो निरर्थक, व्यर्थ और बेकार दुनिया है। मृत्यु के माध्यम से आप अनन्त को प्राप्त...
    ६४ KB (५,३७३ शब्द) - ०९:०५, १९ दिसम्बर २०२१
  • नहीं हुआ है। दुनिया में हर चीज़ करने के लिए बाकी है। सबसे महान तस्वीर अभी पेंट की जानी है, महानतम नाटक लिखा जाना अभी बाकी है, सबसे अच्छी कविता अभी गाई जानी...
    १७ KB (१,२४९ शब्द) - २१:३८, २० अगस्त २०२४
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