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  • इस्लाम की आलोचना से तात्पर्य इस बात पर विचार करने से है कि एक मजहब के रूप में इस्लाम अच्छा है या बुरा। यदि धर्म किसी विजेता द्वारा (जबरन) थोपा जाय तो...
    ८३ KB (६,५९० शब्द) - ०८:०४, ३१ अगस्त २०२३
  • जानने का एकमात्र तरीका है कि उसे बिना किसी उम्मीद के प्यार किया जाय । ​कहानी कहने की कला अपने अंत तक पहुंच रही है क्योंकि सत्य का महा महासास्वत स्वरुप और...
    ४ KB (२७९ शब्द) - ०८:१५, २३ जून २०२३
  • उनकी कहानियों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उन्होंने ग्रामीण जीवन को अपनी कहानी का मुख्य आधार बनाया था। लेकिन वे सारी कहानियाँ एक जैसी नहीं है। कथा की दृष्टि...
    ७५ KB (५,८५४ शब्द) - १३:१९, १० सितम्बर २०२३
  • समय' और 'दुलाईवाली'। यदि 'इन्दुमती' किसी बँग्ला कहानी की छाया नहीं है तो हिन्दी की यही पहली मौलिक कहानी ठहरती है। इसके उपरान्त 'ग्यारह वर्ष का समय' फिर...
    ५६ KB (४,१५४ शब्द) - १७:०८, ५ दिसम्बर २०२२
  • होने की छवि है। मैं बयालीस की थी। नहीं, मैं सिर्फ एक रूप से थकी थी, समर्पण करने से थकी थी। — रोज़ा पार्क्स: माई स्टोरी (रोज़ा पार्क्स: मेरी कहानी), पृ...
    २२ KB (१,४८८ शब्द) - १६:४९, १ सितम्बर २०२२
  • इसे बदलने की इच्छा नहीं है, तो आपको इसकी आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि सत्य कल्पना से अधिक अजनबी है। कहानी को अर्थपूर्ण...
    १७ KB (१,४४५ शब्द) - २३:१७, ६ नवम्बर २०२२
  • लड़के के लिए भी जीवित विषधर खेलने की चीज नहीं। ( बिराज बहू ) अपना कर्तव्य करने से पहले दूसरों के कर्तव्यों की आलोचना करना पाप है। ( चन्द्रनाथ - बैरागो...
    १० KB (७२५ शब्द) - ०५:३७, १ फ़रवरी २०२२
  • ना हो। यह कड़वा सच है। -- चाणक्य हर सुनी-सुनाई बात पर यकीन मत करिए। एक कहानी के हमेशा तीन पहलू होते हैं। आपका, उनका और सच। -- ब्रह्माकुमारी शिवानी हालाँकि...
    २९ KB (२,२२३ शब्द) - ११:५१, ५ अगस्त २०२३
  • व्यंग्य संग्रह हैं ; 'तुमने क्यों कहा था मैं सुन्दर हूँ' , 'पिंजरे की उड़ान', आदि उनके कहानी संग्रह हैं । झूठा सच, दिव्या, दादा कामरेड, देशद्रोही आदि उपन्यास...
    १८ KB (१,४६८ शब्द) - ०७:४१, १० अगस्त २०२३
  • जिन्होंने समालोचना की कई पुस्तकें लिखी थीं। वे खड़ी बोली हिन्दी की कविता के प्रारंभिक और महत्त्वपूर्ण कवि थे। आधुनिक हिन्दी कहानी उन्हीं के प्रयत्नों...
    ५६ KB (४,२०६ शब्द) - २०:१६, ५ दिसम्बर २०२२
  • हिन्दी (हिन्दी की महत्ता से अनुप्रेषित)
    भाषा के समान पढ़ें तो हमारे ज्ञान की अधिक वृद्धि हो सकती है। - जगन्नाथप्रसाद चतुर्वेदी स्वतंत्रता की कोख से ही आलोचना का जन्म है। - मोहनलाल महतो वियोगी...
    १०५ KB (७,०२६ शब्द) - २०:२८, २४ सितम्बर २०२३
  • हांसिल की। -- नेपोलियन हिल अनुकरण में सफल होने की तुलना में मौलिकता में असफल होना बेहतर है। -- Herman Melville अपना गाना गाओ। अपना नृत्य नाचो। अपनी कहानी बताओ।...
    ६३ KB (५,१२७ शब्द) - ०९:१७, ६ अप्रैल २०२३
  • सकता । -आर्थर सी. क्लार्क सभ्यता की कहानी , सार रूप में , इंजिनीयरिंग की कहानी है - वह लम्बा और विकट संघर्ष जो प्रकृति की शक्तियो को मनुष्य के भले के लिये...
    २८१ KB (१९,७५२ शब्द) - १४:५५, ११ जनवरी २०२३
  • सकता । -आर्थर सी. क्लार्क सभ्यता की कहानी , सार रूप में , इंजिनीयरिंग की कहानी है - वह लम्बा और विकट संघर्ष जो प्रकृति की शक्तियो को मनुष्य के भले के लिये...
    २५७ KB (१९,१५७ शब्द) - १०:१८, ८ मार्च २०२२
  • नियंत्रण है, भले ही यह नियंत्रण की एक भ्रामक भावना हो। हम में से हर एक अन्दर एक डेविड और एक गोलिऐथ है। (डेविड गोलिऐथ की कहानी) हमारी संपत्ति इतनी बड़ी है...
    ४७ KB (३,८१४ शब्द) - २२:०३, ५ नवम्बर २०२२
  • उपयोगी हैं कि इनको अन्तर्भूत करके संसार की नयी पुरानी सब प्रकार की कविताओं की बहुत ही सूक्ष्म, मार्मिक और स्वच्छ आलोचना हो सकती है। -- आचार्य शुक्ल (काव्य...
    ८७ KB (६,२०८ शब्द) - १८:३३, ५ दिसम्बर २०२२
  • सकता । -आर्थर सी. क्लार्क सभ्यता की कहानी , सार रूप में , इंजिनीयरिंग की कहानी है - वह लम्बा और विकट संघर्ष जो प्रकृति की शक्तियो को मनुष्य के भले के लिये...
    ३०४ KB (२१,२०६ शब्द) - २१:०८, ३ फ़रवरी २०२२
  • अतिरेक से आँखें यदि नीली न हो जाएँ तो वह कहानी कैसी ? -- शरत्चंद्र आपदा एक ऐसी वस्तु है जो हमें अपने जीवन की गहराइयों में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।...
    ८० KB (६,०२५ शब्द) - १७:२३, ३० जुलाई २०२२