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- २३:४९, २२ जून २०२२ अन्धविश्वास (इतिहास | सम्पादन) [३,८०६ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* अरिहरन कीं चोरी करै, करे सूई का दान । : ऊँचा चढि कर देखता, केतिक दूर विमान ॥ -- कबीरदास : अर्थ है- मानव कुमार्ग पर चलकर कमाए गए धन का नगण्य भाग दान करके आकाश की ओर देखता है कि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- २०:३२, ७ जून २०२२ कोएनराड एल्स्ट (इतिहास | सम्पादन) [१,७८१ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('thumb|right|मैं न तो हिन्दू हूँ और न ही राष्ट्रवादी। और मेरे आँख और कानों का उपयोग करने के लिये यह आवश्यक भी नहीं है कि मैं ये सब बनूँ। '''कोएनराड एल्स्ट''' (जन्म 7 अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- २०:०७, ७ जून २०२२ गुरु तेग बहादुर (इतिहास | सम्पादन) [७,१३३ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) (''''गुरु तेग बहादुर''' सिख धर्म के नौवें गुरु थे। वे गुरु हरगोबिंद के सबसे छोटे पुत्र थे। उनका जन्म 1621 में हुआ था। तेग बहादुर जी को एक सम्माननीय विद्वान और कवि माना जाता है।...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- २२:२३, ४ जून २०२२ Hanuman Chalisa in Bengali (इतिहास | सम्पादन) [६,०५९ बाइट] Ranto5567 (वार्ता | योगदान) (Hanuman Chalisa in Bengali pdf)
- २२:१६, ४ जून २०२२ Hanuman chalisa Kannada (इतिहास | सम्पादन) [६,३१४ बाइट] Ranto5567 (वार्ता | योगदान) (ದೋಹಾ ಶ್ರೀ ಗುರು ಚರಣ ಸರೋಜ ರಜ ನಿಜಮನ ಮುಕುರ ಸುಧಾರಿ । ವರಣೌ ರಘುವರ ವಿಮಲಯಶ ಜೋ ದಾಯಕ ಫಲಚಾರಿ ॥)
- ०९:२२, ४ जून २०२२ तर्क (इतिहास | सम्पादन) [१,५२६ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* तर्क एक उत्पादक चिन्तन है जिसमें पहले के अनुभव किसी समस्या को हल करने के लिए नए ढंगों से संगठित या संयोजित किये जाते हैं। -- प्रो० गेट्स और अन्य * तर्क की क्रिया एक सम्ब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- ०८:५९, ४ जून २०२२ मानवता (इतिहास | सम्पादन) [९,८२६ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* एक दिए से कई दिए जलाये जा सकते है, और ऐसा करके उस दिए का जीवन घटता नहीं है। इसी प्रकार खुशियां कभी भी बाटने से घटती नहीं है। -- महात्मा बुद्ध * मानव की पहचान उसके गुणों से...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- ०८:४६, ४ जून २०२२ त्याग (इतिहास | सम्पादन) [२३,२८३ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* प्राणी कर्म का त्याग नही कर सकता, कर्मफल का त्याग ही त्याग है। -- श्रीमद्भगवद्गीता * त्यागपूर्वक भोग करो। -- ईशावास्योपनिषद * जीवन में यहां मनुष्यों के लिए त्याग से बढ़...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- ०८:०७, ४ जून २०२२ दया (इतिहास | सम्पादन) [१९,५१८ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* दया सबसे बड़ा धर्म है। -- महाभारत * दया दोहरी कृपा है। इसकी कृपा दाता पर भी होती है और पात्र पर भी। -- शेक्सपियर * जहाँ दया तहं धर्म है, जहां लोभ तहं पाप। : जहां क्रोध तहं का...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- २२:५२, ३ जून २०२२ भाग्य (इतिहास | सम्पादन) [३,०२५ बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* मनुष्य अपने भाग्य का स्वयं ही निर्माता है। -- स्वामी रामतीर्थ * भाग्य पर वह भरोसा करता है, जिसमें पौरुष नहीं होता। -- प्रेमचंद * विचार सारे भाग्य का प्रारंभिक बिंदु है। -...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
- १७:५७, २८ मई २०२२ भारतीय गणित (इतिहास | सम्पादन) [४,०२० बाइट] अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ('* ...विश्व भारत का गणित के क्षेत्र में सबसे अधिक ऋणी है। गुप्त काल में भारत में भारतीय गणित उस ऊँचाई पर पहुँच गया था जैसा प्राचीन काल के किसी भी अन्य राष्ट्र में नहीं पहु...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)