खोज परिणाम

  • सत्ता से दण्डित होने का भय उन्हें भ्रष्ट बनता है जो इसके अधीन होते हैं। -- आंग सान सू की युवाओं का कर्तव्य है भ्रष्टाचार का विरोध करना। -- कर्ट कोबेन युवाओं...
    १२ KB (९०७ शब्द) - १३:४१, १४ अगस्त २०२२
  • भी रचनात्मक लेखन कार्यशाला में नहीं गया; मैंने साहित्य में बड़ी उपाधि नहीं ली । यदि मैं लिख सकता हूँ तो कोई भी लिख सकता है। जरूरत सिर्फ कल्पना की है। --...
    ६ KB (३९९ शब्द) - ०७:२०, २८ अगस्त २०२२
  • बहुत देर तक अंक दिये रहा। अंग - अंग ढीले होना : थका होना। शाम को घर पहुंचते पहुंचते अंग-अंग ढीले हो चुके होते हैं। अंग - अंग मुस्काना : रोम रोम से प्रसन्नता...
    ४८ KB (३,५२४ शब्द) - १७:१२, २२ अक्टूबर २०२१
  • अग्रिम पंक्ति वाले क्रांतिकारियों के बीच सबसे क्रूर मुट्ठीभर लोगों द्वारा हड़प ली जाती है। मुझे न तो पहले विश्वास था और न अब है कि राज्य पूर्ण रूप से कभी लुप्त...
    १३ KB (९४० शब्द) - ११:०७, १४ मई २०२३
  • करने से पहले अपने मन में एक हिंदू साम्राज्य की स्थापना की स्पष्ट अवधारणा बना ली थी। प्रदेशों पर विजय प्राप्त करना, शत्रु का विनाश करना, राज्य का विस्तार करना...
    २५ KB (१,९८१ शब्द) - ०९:०६, ३ जुलाई २०२३
  • आसानी से टूट जाता है, जबकि बांस हवा के साथ झुकने से जीवित रहता है। -- ब्रूस ली जिस तरह से एक मुरझाया पेड़ पूरे जंगल के जलने का कारण बनता है, उसी तरह एक दुष्ट...
    १९ KB (१,३२६ शब्द) - ०८:३९, १३ जून २०२३
  • आदमी की अपेक्षा बहुत अधिक है, जिसने एक पूरी की पूरी लाइब्रेरी ही कण्ठस्थ कर ली है। -- (भारत में विवेकानन्द – भारत का भविष्य) ज्ञान मनुष्य में अन्तर्निहित...
    ९९ KB (७,८२३ शब्द) - १९:२२, ५ अगस्त २०२३
  • डिज़ाइनों तथा सुंदर साइटों से बहुधा कोई मतलब नहीं होता है। -– टिम बर्नर्स ली (इंटरनेट के सृजक) कम्प्यूटर कभी भी कमेटियों का विकल्प नहीं बन सकते. चूंकि...
    २८१ KB (१९,७५२ शब्द) - १४:५५, ११ जनवरी २०२३
  • रहता है , जो चालाकी पूर्वक असाध्य समस्याओं के वेष में (छिपे) रहते हैं । — ली लोकोक्का रहिमन चुप ह्वै बैठिये, देखि दिनन को फेर । जब नीके दिन आइहैं , बनत...
    ८१ KB (५,९८३ शब्द) - ११:४६, १९ अक्टूबर २०२२
  • जा, नहीं तो तुझे भी खा जायेंगे। दोनो संभय, अरे हमारी बात गृध्रराज ने सुन ली, अब भागना चाहिए नहीं तो बड़ा अनर्थ करैगा। दोनो जाते हैं, इति प्रस्तावना प्रथम...
    ६९ KB (५,२३३ शब्द) - ००:०२, ११ मार्च २०१४
  • उक्ति को सच मान लेंगे ? नहीं, तो आपने स्वर्ग-प्राप्ति की बात कैसे सच मान ली ? ..... आपके एक आचार्य वृहस्पति हो गये हैं। .... वे कहते हैं कि अग्निहोत्र...
    ५६ KB (४,२०६ शब्द) - २०:१६, ५ दिसम्बर २०२२
  • डिज़ाइनों तथा सुंदर साइटों से बहुधा कोई मतलब नहीं होता है। -– टिम बर्नर्स ली (इंटरनेट के सृजक) कम्प्यूटर कभी भी कमेटियों का विकल्प नहीं बन सकते. चूंकि...
    ३०४ KB (२१,२०६ शब्द) - २१:०८, ३ फ़रवरी २०२२
  • भावार्थ- मैंने अपनी रचना षटभाषा में की है और इसकी प्रेरणा पुराण व कुरान दोनों से ली है ) -- चंदबरदाई मैंने एक बूंद चखी है और पाया है कि घाटियों में खोया हआ पक्षी...
    ८७ KB (६,२०८ शब्द) - १८:३३, ५ दिसम्बर २०२२
  • तुलना में मैं उसे शूरवीर मानता हूं जिसने अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त कर ली है; क्योंकि सबसे कठिन विजय अपने आप पर विजय होती है। ~ अरस्तु जो सभी का मित्र...
    ११८ KB (९,००९ शब्द) - ००:१०, २२ मार्च २०२३
  • डिज़ाइनों तथा सुंदर साइटों से बहुधा कोई मतलब नहीं होता है। -– टिम बर्नर्स ली (इंटरनेट के सृजक) कम्प्यूटर कभी भी कमेटियों का विकल्प नहीं बन सकते. चूंकि...
    २५७ KB (१९,१५७ शब्द) - १०:१८, ८ मार्च २०२२
  • गुरु की शरण ली है वही उसमे से भर भर कर अमृत पी सकता है (क्योकी उसे पीने का उपाय गुरु ही बता सकता है)। जिसने किसी सच्चे सदगुरु की शरण नही ली वह इस अमृत...
    ४८५ KB (३९,२९५ शब्द) - १६:१३, १९ फ़रवरी २०२३