विश्वास

विकिसूक्ति से
  • न विश्वसेदविश्वस्ते विश्वस्ते नातिविश्वसेत्।
विश्वासाद्भयमुत्पन्नमपि मूलान्यपि निकृन्तति॥ -- महाभारत
अविश्वस्त पर विस्वास नहीम करना चाहिये। विश्वस्त पर बहुत अधिक विश्वास नहीं करना चाहिये। विश्वास से भय पैदा होता है जो मूल को भी काट देता है।
  • न विश्वसेदविश्वस्ते विश्वस्तेऽपि न विश्वसेत् ।
विश्वासाद्भयमुत्पन्नं मूलान्यपि निकृतन्ति ॥ -- पञ्चतन्त्र
अविश्वसनीय व्यक्ति का तो विश्वास न ही करे और विश्वसनीय पर भी विश्वास न करे। विश्वास करने पर जो संकट पैदा होता है वह जड़ों को भी काट डालता है। तात्पर्य यह कि अपने विश्वस्त पर भी पूरा विश्वास नहीं ही होना चाहिए क्योंकि वह भी धोखा दे सकता है।
  • न वध्यते ह्यविश्वस्तो दुर्बलोऽपि बलोत्कटैः।
विश्वस्ताश्चाशु बध्यन्ते बलवन्तोऽपि दुर्बलैः ॥ -- पञ्चतन्त्र
विश्वास न करने वाले दुर्बल व्यक्ति को बलशाली भी नहीं मार पाता। लेकिन जो विश्वास करता है वह बलवान हो तो भी उसे दुर्बल भी शीघ्र बाँध लेता है।
  • ते पुत्रा ये पितुर्भक्ताः सः पिता यस्तु पोषकः।
तन्मित्रं यत्र विश्वासः सा भार्या या निवृतिः॥ -- चाणक्यनीति
पुत्र वही हैं जो पिता के भक्त हों, पिता वही है जो पालन-पोषण करता है, मित्र वही है जिस पर आंख मूंदकर भी विश्वास किया जा सकता है और पत्नी वही है जो हमेशा आपके साथ देती है।
  • सत्त्वानुरूपा सर्वस्य श्रद्धा भवति भारत।
श्रद्धामयोऽयं पुरुषो यो यच्छ्रद्धः स एव स॥ --- गीता
हे भारत ! सभी मनुष्यों की श्रद्धा अन्तःकरण के अनुरूप होती है। यह मनुष्य श्रद्धामय है। इसलिये जो जैसी श्रद्धावाला है, वही उसका स्वरूप है अर्थात् वही उसकी निष्ठा -स्थिति है।
  • नदीनां शस्त्रपाणिन्नखीनां शृंगिनां तथा।
विश्वासो नैव कर्तव्यः स्त्रीषु राजकुलेषु च ॥ चाणक्यनीति
इन पर विश्वास नहीं करना चाहिये - नदियों पर, जिन लोगो के पास अस्त्र-शस्त्र हों, नाख़ून और सींग वाले जानवर, स्त्रियाँ, और राजकुल के लोगों पर।
  • तुलसी भरोसे राम के, निर्भय हो के सोए।
अनहोनी होनी नही, होनी हो सो होए॥ -- तुलसीदास
तुलसीदास कहते हैं, भगवान पर भरोसा करें और किसी भी भय के बिना शांति से सोइए। कुछ भी अनहोनी होती ही नहीं और जो होना है वह होकर रहेगा।
  • एक भरोसो, एक बल, एक आस, विश्वास।
स्वाति-सलिल रघुनाथ-जस, चातक तुलसीदास ॥
मुझे अपने इष्ट श्रीराम पर पूरा भरोसा है। एक ही बल, एक ही आशा और एक उन्हीं पर अटूट विश्वास है; ठीक वैसे ही जैसे कि भगवान श्री रघुनाथजी यदि स्वाति नक्षत्र का जल है, तो तुलसीदास चातक पक्षी की तरह है।
  • मैं किसी पर भरोसा नहीं करता, खुद पर भी नहीं। -- Joseph Stalin
  • दूसरों पर भरोसा करना अच्छा है, लेकिन ऐसा ना करना कहीं ज्यादा अच्छा है। -- Benito Mussolini
  • विश्वास अर्जित करना होता है, और ये केवल समय बीतने के साथ आना चाहिए। -- Arthur Ashe
  • मैं इसलिए परेशान नहीं हूँ कि तुमने मुझसे झूठ कहा, मैं परेशान हूँ कि मैं अब से तुम पर भरोसा नहीं कर सकूंगा। -- Friedrich Nietzsche
  • विश्वास किया जाना प्रेम किये जाने से बेहतर प्रशंशा है। -- George MacDonald
  • भरोसा करना सीखना जीवन के सबसे कठिन कार्यों में से एक है। -- Isaac Watts
  • ईश्वर पर प्रश्न उठाना छोड़ो और उस पर भरोसा करना शुरू करो। -- Joel Osteen
  • जब तक सच जूते पहन रहा हो तब तक एक झूठ आधे दुनिया की सैर कर सकता है। -- Charles Spurgeon
  • कभी ऐसे व्यक्ति पर विश्वास मत करिये जिसे वो चाहिए जो आपके पास है। दोस्त हो या नहीं, जलन एक सशक्त भावना है। -- Eubie Blake
  • सबसे जरूरी चीज जो मैंने सीखी है वो है हर परिस्थिति में ईश्वर पर भरोसा करना। -- Allyson Felix
  • खुद पर भरोसा करो, तब तुम जान पाओगे कि कैसे जिया जाए। -- Johann Wolfgang von Goethe
  • केवल खुद पर भरोसा करो और कोई तुम्हे धोखा नहीं दे पायेगा। -- William Penn
  • झूठ बोलने के हर एक अच्छे कारण के बदले में सच कहने का उससे भी अच्छा कारण होता है। -- Bo Bennett
  • सीधे व्यक्ति का विश्वास ही झूठे व्यक्ति का सबसे उपयोगी साधन है। -- Stephen King
  • विश्वासघात होने से पहले, विश्वास को होना होगा। -- Suzanne Collins
  • विश्वास स्थिरता के साथ बनता है। -- Lincoln Chafee
  • जहाँ बहुत बड़ी रकम की बात हो, वहाँ किसी पर भरोसा ना करना उचित है। -- Agatha Christie
  • यकीन रखो, तुम जितना सोचते हो उससे अधिक जानते हो। -- Benjamin Spock
  • जो आदमी किसी पर भरोसा नहीं करता वो किसी के द्वारा भरोसा ना किये जाने के उपयुक्त है। -- Harold MacMillan
  • जब मैं तार्किक होती हूँ, और अपने सहज ज्ञान पर भरोसा नहीं करती तभी मैं मुसीबत में पड़ जाती हूँ। -- Angelina Jolie
  • अपना ट्रस्ट मनी में मत रखो, बल्कि अपनी मनी ट्रस्ट में रखो। -- Oliver Wendell Holmes
  • जीवन एक उपहार है, बस भरोसा करो- एक बच्चे की तरह। -- Anne Morrow Lindbergh
  • जीवन में जो कुछ भी होता है अच्छा है – बस उसमे विश्वास रखो। -- Orlando Bloom
  • जिस काम को चाहते हो उसमे अपना विश्वास रखो, उसे करना जारी रखो, और वो तुम्हे वहाँ ले जाएगा जहाँ तुम्हे जाने कि जरूरत है । -- Natalie Goldberg
  • बहुत दूर रह रहे पति पर कभी भरोसा मत करो, और ना ही बहुत करीब रह रहे कुंवारे पर। -- Helen Rowland
  • प्रेम का सबसे अच्छा प्रमाण विश्वास है। -- Joyce Brothers
  • किसी पर भरोसा किया जा सकता है कि नहीं ये जानने का सबसे अच्छा तरीका है उसपर भरोसा करना है। -- Ernest Hemingway
  • भरोसा करना मुश्किल है। ये जानना कि किस पर भरोसा किया जाये, और भी मुश्किल है। -- Maria V. Snyder
  • भरोसा सच के साथ शुरू होता है औए सच के साथ ख़त्म । -- Santosh Kalwar
  • शांति और विश्वास बनने में सालों लगते हैं और टूटने में कुछ पल। -- Mahogany SilverRain
  • विश्वास करो, लेकिन जांच कर लो। -- Ronald Reagan
  • अगर तुम्हे पायलट पर भरोसा नहीं है तो मत जाओ। -- Denzel Washington
  • जो कोई भी कहता है कि उसे पता है उनसे सावधान रहिये। मुझपर भरोसा करिये ; उन्हें नहीं पता ; नहीं तो उन्हें कहना नहीं पड़ता कि उन्हें पता है। -- Harvey Fierstein
  • एक बगीचा बहुत बड़ा शिक्षक होता है। वो हमें धैर्य और सावधानी पूर्वक देखना सीखाता है ; वो हमें मेहनत और किफ़ायत सीखाता है; और सबसे बढ़कर वो हमें विश्वास करना सीखाता है। -- Gertrude Jekyll
  • अपनी अंदर की उस हल्की सी आवाज़ जो कहती है ‘ क्या ये रोचक नहीं होता अगर…’, पर भरोसा करिये और फिर उसे कर डालिये। -- Duane Michals
  • विश्वास मर जाता है लेकिन अविश्वास फलता-फूलता रहता है। -- Sophocles
  • हर एक तानाशाह के ह्रदय में अंत में एक ज़हर रह जाता है, कि वो किसी दोस्त पर भरोसा नहीं कर सकता। -- Aeschylus
  • यकीन आस्था के जैसा नहीं है। एक दोस्त कोई ऐसा होता है जिसपर आप भरोसा कर सकते हैं। किसी में आस्था रखना एक गलती है। -- Christopher Hitchens
  • वो जो अधिक भरोसा नहीं करता, उस पर भरोसा नहीं किया जायेगा। -- Lao Tzu
  • केवल एक गोरा व्यक्ति जिसपर आप यकीन कर सकते हैं वो है मरा हुआ गोरा व्यक्ति। -- Robert Mugabe
  • दिखावे पर बहुत अधिक भरोसा मत करो। -- वर्जिल
  • किसी पर पूरी तरह से भरोसा करना आनंदित करने वाला है। -- Jeff Goldblum
  • कभी मुसीबत में पड़े व्यक्ति की सलाह पर यकीन मत करो। -- एसप
  • शांति और विश्वास बनने में सालों लगते हैं और टूटने में कुछ पल। -- Mahogany SilverRain
  • भरोसा करना मुश्किल है। ये जानना कि किस पर भरोसा किया जाये, और भी मुश्किल है। -- Maria V. Snyder
  • क्या आपने इतना साहस है कि प्यार पर एक और बार भरोसा करें और हमेशा एक और बार भरोसा करें। -- Maya Angelou
  • हममें से कोई नहीं जानता कि अगले क्षण क्या होगा, फिर भी हम आगे बढ़ते हैं। क्योंकि हम भरोसा करते हैं। क्योंकि हमारे अंदर आस्था है। -- Paulo Coelho
  • अपनी याददाश्त पर भरोसा मत करो ; ये छिद्रों से भरा जाल है; सबसे खूबसूरत उपहार इससे निकल जाते हैं। -- Georges Duhamel
  • क्या तुम किसी ऐसे व्यक्ति के साथ व्यापार करना चाहोगे जो 99% ईमानदार हो। -- Sydney Madwed
  • आपको किसी न किसी चीज में विश्ववास करना ही होगा —अपने गट्स में, अपनी डेस्टिनी में, अपनी जिंदगी या फिर अपने कर्म में। -- Steve Jobs
  • जिम्मेदारी उसे दी जाती हैं जिसपर भरोसा होता है। जिम्मेदारी हमेशा भरोसे का संकेत होती है। -- James Cash Penney
  • बहुत अधिक भरोसा करने पर हो सकता है आप धोखा खा जाएं, लेकिन यदि आप पर्याप्त भरोसा नहीं करेंगे तो आप पीड़ा में जियेंगे। -- Frank Crane
  • लोग आपकी ज़िन्दगी में आते हैं और चले जाते हैं। बस आपको भरोसा करना होता है कि ज़िन्दगी ने आपके लिए एक रोड बना राखी है। -- Orlando Bloom
  • आपको लोगों पर विश्वास और भरोसा करना पड़ता है, नहीं तो ज़िन्दगी असम्भव हो जाती है। -- Anton Chekhov

महाभारत में विश्वास पर सूक्तियाँ[सम्पादन]

स्त्रीषु राजसु सर्पेषु स्वाध्यायप्रभुशत्रुषु।

भोगेष्वायुषि विश्वासं कः प्राज्ञः कर्तुमर्हति॥ उद्योग. ३७/५७॥
  • न विश्वसेदविश्वस्ते विश्वस्ते नातिविश्वसेत्॥ शान्ति. १३८/१४४॥
  • विश्वासाद् भयमुत्पन्नं मूलान्यपि निकृन्तति॥ उद्योग. ३८/९॥
  • स्त्रीधूर्तकेऽलसे भीरौ चण्डे पुरुषमानिनि।
चौरे कृतघ्ने विश्वासो न कार्यो न च नास्तिके॥ उद्योग. ३९/७३॥
  • गुणयुक्तेऽपि नैकस्मिन् विश्वसेत विचक्षणः॥ शान्ति. २४/१८॥
  • अनित्यचित्तः पुरुषस्तस्मिन् को जातु विश्वसेत्॥ शान्ति. ८०/९॥
  • एकान्तेन हि विश्वासः कृत्स्नो धर्मार्थनाशकः।
अविश्वासश्च सर्वत्र मृत्युना च विशिष्यते॥ शान्ति. ८०/१०॥
  • अकालमृत्युर्विश्वासो विश्वसन् हि विपद्यते।
यस्मिन् करोति विश्वासमिच्छतस्तस्य जीवति॥ शान्ति. ८०/११॥
  • तस्मात् विश्वसितव्यं च शङ्कितव्यं च केषुचित्॥ शान्ति. ८०/१२॥
  • विश्वासयेत् परांश्चैव विश्वसेच्च न कस्यचित्।
पुत्रेष्वपि राजेन्द्र विश्वासो न प्रशस्यते॥ शान्ति. ८५/३३॥
  • अविश्वासो नरेन्द्राणां गुह्यं परममुच्यते॥ शान्ति. ८५/३४॥
  • नित्यं विश्वासयेदन्यान् परेषां तु न विश्वसेत्॥ शान्ति. १३८/१९५॥
  • निश्चयः स्वार्थशास्त्रेषु विश्वासश्चासुखोदयः॥ शान्ति. १३९/७०॥
  • नापरीक्ष्य च विश्वसेद्॥ शान्ति. १४०/४३॥
  • द्रोग्धव्यं न च मित्रेषु न विश्वस्तेषु कर्हिचित्॥ वन. १५७/२१॥
  • को वा समयभेत्तारं बुधः सम्मन्तुमर्हति॥ शल्य. ६४/१४॥