राजीव दीक्षित

विकिसूक्ति से

राजीव दीक्षित (30 नवंबर 1967 -- 30 नवंबर 2010 ) एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता, सार्वजनिक वक्ता तथा स्वदेशी और आयुर्वेद के प्रचारक थे। उनका जन्म 30 नवंबर 1967 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने 1990 के दशक की शुरुआत में भारतीय उद्योगों की रक्षा के लिए "आज़ादी बचाओ आंदोलन" एक अभियान के रूप में स्थापित किया। उस समय बहुराष्ट्रीय निगम एक ट्रेंड ग्लोबलाइजेशन के एक भाग के रूप में भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे थे। उन्होंने भारतीय कराधान प्रणाली के विकेंद्रीकरण की मांग की। इनकी 30 नवंबर 2010 को भिलाई, छत्तीसगढ़ में जहर के कारण मृत्यु हो गई।

विचार[सम्पादन]

  • व्यक्ति अपने सार्वजनिक जीवन में जो कुछ भी करता हैं, उसकी जड़ उसके निजी जीवन में जरूर होती है।
  • भारत देश की आजादी के लिए 6 लाख 32 हजार क्रांतिकारी शहीद हुए। इनमें भगत सिंह सर्वोच्च शिखर पर हैं, ऐसा पूरा देश मानता हैं।
  • व्यक्ति मरने से नहीं डरता हैं, मरने से पहले आने वाले दर्द से डरता है।
  • दुनिया में कोई देश गुलामी की निशानियों को सँजो कर नहीं रखता। आज विदेशी कंपनियों की लूट बंद करने का उपाय है विदेशी वस्तुओं का त्याग।
  • देश के राजनेताओं की भूल आज देश भुगत रहा है।
  • देश के लिए वही व्यक्ति संकल्प ले सकता है, जिसकी आत्मशक्ति मजबूत हो।
  • अगर आप विदेशियों पर निर्भर हैं, परावलम्बी हैं, तो आप दुनिया में कोई ताकत हासिल नहीं कर सकते।
  • भोजन हमेशा सुखआसन में बैठकर करें और ध्यान खाने पर ही रहे, मतलब टेलीविजन देखते, गाने सुनते हुए, पढ़ते हुए, बातचीत करते हुए कभी भी भोजन न करें।
  • केवल स्वदेशी नीतियों से ही देश फिर से सोने की चिड़िया बन सकता है।
  • जब परिवर्तन होता है तो शुरू में किसी को भरोसा नहीं होता, लेकिन बाद में वो हो जाता है।
  • देश के राज नेताओं को भूल आज देश भुगत रहा है।
  • देश के 300 लाख करोड़ रूपये (काला धन) जो विदेशी बैंकों में जमा हैं, वह देश की संपत्ति है।
  • भारत का राष्ट्र गान 'जन गण मन' वास्तव में अंग्रेजों के राजा जॉर्ज पंचम की स्तुति करने के लिए रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखा गया था जिसमे उसे 'भारत भाग्य विधाता' कहकर संबोधित किया गया है।
  • इंग्लैण्ड की रानी जब भी भारत की यात्रा पर आती है उसे वीजा और नही लेना पड़ता जबकि भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इंग्लैण्ड जाने के लिए वीजा की जरूरत पड़ती है।
  • इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट के अनुसार भारत को अंग्रेजों द्वारा 99 साल की लीज पर दिया गया है।
  • आजादी के पचास साल बाद तक भारत की संसद में बजट शाम को 5.30 बजे इसलिए पेश होता रहा ताकि इंग्लैण्ड में तब सुबह 11 बजे होते हैं और वहां यदि किसी को देखना हो तो वो देख सके।
  • अंग्रेजी अंतरराष्ट्रीय भाषा नही है। यह सिर्फ अंग्रेजो द्वार गुलाम बनाये गए 14 देशों में बोली जाती है। जापान, चीन, रूस, फ्रांस, जर्मनी, इटली आदि विकसित देश अंग्रेजी के बिना ही इतने समृद्ध बन सके हैं।
  • संस्कृत दुनिया की एक मात्र वैज्ञानिक भाषा है जो सबसे प्रचीन है जिसका व्याकरण सबसे सटीक है, जिसके पास सबसे ज्यादा शब्द भंडार है एवं जो कम्प्यूटर के अल्गोरिदम के लिए सबसे उपयुक्त भाषा है। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है एवं कम शब्दों में सबसे स्पष्ट अर्थ कहने की क्षमता रखनेवाली भाषा है जिसकी वैज्ञानिकता नासा ने भी स्वीकार की है।
  • पाइथागोरस से पहले बोधायन ऋषि ने वो प्रमेय दिया था जिसमे आधार और लंब का वर्ग के जोड़ को कर्ण के बराबार होता है। पहला विमान राइट ब्रदर्स से पहले बड़ौदा के वैज्ञानिक शिवकरबापू तलपड़े ने उड़ाया था। आर्यभट्ट ने पृथ्वी को सूर्य के चारो और परिक्रमा करने का दावा किया था। पहली सर्जरीचिकित्सा सुश्रुत ऋषि द्वारा की गई थी। ऐसे कई शोध और खोज भारत का स्वर्णिम अतीत रहा है।
  • आजादी के समय 1947 को 1 रूपया बराबर 1 डॉलर था लेकिन उसके बाद आई सरकारों ने विकास के नाम पर विदेशी बैंकों से इतना कर्ज लिया कि रुपया दिन पर दिन गिरता चला जा रहा है।
  • जो देश अपने शहीद क्रांतिकारियों की बलिदानियों को भुला देता है उसे पुनः गुलामी की और आगे बढ़ने से कोई नही रोक सकता है।
  • राजनैतिक पार्टियाँ लुटेरों के संगठित गिरोह हैं जो हमे बेवकूफ बनाकर लूटते हैं चाहे भाजपा हो या कोंग्रेस। एक पार्टी आएगी पांच साल लूटेगी फिर दूसरी पार्टी आएगी पांच साल वो लूटेगी। एक नागनाथ दूसरा सांपनाथ।
  • जिस तरह हमे पता चलता है कि हमारे घर का नौकर चोर है तो हम उसे निकाल देते हैं उसी तरह हमारे पास RIGHT TO RECALL का अधिकार होना चाहिए जिससे यदि हमारे सांसद विधायक काम नही कर रहे तो हम उसे वापस बुला ले और गद्दी से हटा सकें।
  • किसानों की आत्महत्या को रोकने का कोई रास्ता है तो वो है जीरो बजट खेती प्राकृतिक खेती जैविक खेती। किसान जंतुनाशक और कीटनाशक और रासायनिक खाद डालने के चक्कर मे जमीन फसल और स्वयम का भी नुकसान करते हैं। और सरकार इन्हें इसलिए नही रोकती क्यों कि ये खाद और जंतुनाशक विदेशी कम्पनी के होते हैं जिन्होंने सरकार को करोड़ो रूपये रिश्वत दी होती है।
  • राजनीति की यदि व्याख्या की जाय तो वह सिर्फ टॉयलेट रूम जैसी है उससे ज्यादा कुछ नही। घर मे टॉयलेट रूम एक छोटी सी जगह पर होता है न कि पूरे घर में। राजनीति भी वैसी ही है इसे जरूरत से ज्यादा सिर पर चढ़ा लिया तो खतरनाक हो जाएगा
  • यदि भारत मे आपको किसी स्कूल का चपरासी बनना है तो आपके पास कोई न्यूनतम योग्यता होना अनिवार्य है लेकिन आपको सांसद विधायक प्रधानमंत्री राष्ट्रपति बनना है तो कोई योग्यता नही चाहिए। आप गुंडे मवाली लुच्चे लफंगे डॉन माफिया हो तो भी आप ये सब बन सकते हो
  • गांधीजी ने कहा था कि आजादी आई नही है सिर्फ सत्ता का हस्तांतरण हुआ है इसलिए कोंग्रेस को खत्म कर दो वरना ये आगे जाकर देश को ऐसे ही लूटेगी जैसे अंग्रेज लूटते थे।
  • केवल स्वदेशी नीतियों से ही देश फिर से सोने की चिड़िया बन सकता है। स्वदेशी आने वाली शताब्दी का मूलमंत्र साबित होगा।
  • कभी भी अंग्रेजी भाषा बोलने में शर्म महसूस न करें क्यों कि अंग्रेज हमारी मातृभाषा नही बोल सकता तो हम कैसे बोल सकते हैं। अपनी मातृभाषा पर गर्व करो। सिर्फ अंग्रेजी के जानने से ज्ञान का आंकलन नही होता क्यों कि यूरोप और अमेरिका में झाड़ू मारने वाला भी अंग्रेजी जानता है।
  • भारत मे कोई भी नोबल विजेता इसलिए जल्दी से नही बन पाता क्यों कि हमने अपनी मातृभाषा को सम्मान नही दिया। कोई भी मौलिक शोष या बेसिक रिसर्च का काम तभी सम्भव है जब वो अपनो मातृभाषा मे किया जाय। भारत का बच्चा पहले अंग्रेजी सीखता है फिर अंग्रेजी में विज्ञान सीखता है जबकि जापान का बच्चा बचपन से ही जापानी मे विज्ञान सीखता है। मातृभाषा की तुलना में विदेशी भाषा मे ज्ञान अर्जित करने में 6 गुना ज्यादा समय लगता है।
  • 1757 में एक मीर जाफर था जिसने देश से गद्दारी करके देश को एक विदेशी कम्पनी के हाथों में बेच दिया था आज ऐसे 1000 से ज्यादा मीर जाफर हैं जो रोज नई कम्पनी से समझौता करते हैं और देश को गुलाम बनाने में लगे हुए हैं।
  • राजनीति में लोगो के चेहरे कुछ होते हैं और मुखौटे कुछ। केवल एक ही पार्टी ऐसी होती है जो किसानों और गरीबो के हित की बात करती है और विदेशी कम्पनी और FDI का विरोध करती है और वो होती है विपक्षी पार्टी। जैसे ही इन्हें सत्ता मिलती है जैसे ही वो सत्ता में आती है विदेशी कम्पनियों का स्वागत लाल कालीन बिछाकर करती है और गरीब और किसानों को भूल जाती है।
  • देश जनता से कर्मचारियों से चलता है न कि नेता उसे चलाते हैं। इसलिए हमारी जो भी समस्या है उसे हमे खुद ही समाधान करना होगा कोई नेता उसे ठीक करने नही आएगा। क्यों कि दुख हमको है तकलीफ हमको है नेता को नही इसलिए हमें ही आगे आना होगा और क्रांति करनी होगी।
  • जिस देश मे तात्या टोपे के परिवारजन चाय बेचकर गुजारा करे और सिंधिया ख़ानदान जैसे गद्दार जिन्होंने झांसी की रानी और तात्या टोपे की हत्या करवाई वो अलग अलग राज्य में मंत्री बनकर शाषन करें ऐसे देश मे क्रांति अनिवार्य है।
  • भारत मे दस लाख लोग खादी पहनते हैं फिर भी खादी उद्योग में एक लाख लोगों को रोजगार मिलता है यदि दस करोड़ लोग खादी पहनने लगें तो एक करोड़ लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।
  • पेप्सी और कोकाकोला जैसी विदेशी कम्पनिया सॉफ्ट ड्रिंक के नाम पर जहर बेच रही है जो एक टॉयलेट कलीनर है जिसमे DDT क्रोमियम बेंजीन आदि आदि जहर होते हैं।
  • परिवर्तन जब होता है तो शुरू में किसी को भरोसा नहीं होता लेकिन बाद में वो हो जाता है।

स्वास्थ्य पर विचार[सम्पादन]

  • स्वास्थ्य जीवन के बारे में लोगों को दिए अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया कि भोजन करने के उपरांत एक घंटे तक पानी नहीं लेना चाहिए।
  • पानी को कभी भी तेजी के साथ न पीये इसे धीरे धीरे घुट घुट कर पीना चाहिए।
  • सुबह को पानी की भरपूर मात्रा का सेवन करना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सुबह के भोजन को विशेष रूप से ग्रहण करे, इससे आप स्वास्थ्य रहेंगे।
  • साथ ही उन्होंने यह भी कहा की हर व्यक्ति का शरीर निर्माण अलग होता है, विशिष्ट स्वास्थ्य समस्या वाले लोगो को अपने डॉ. के परामर्श लेकर आहार को ग्रहण करना चाहिए।

इन्हें भी देखें[सम्पादन]