विद्यार्थी
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
- काकचेष्टा वकोध्यानं श्वाननिद्रा तथैव च ।
- अल्पहारी गृहत्यागी विद्यार्थी पञ्चलक्षण्म् ॥
- विद्यार्थी के पाँच लक्षण होते हैं : कौवे जैसी दृष्टि, बकुले जैसा ध्यान, कुत्ते जैसी नींद, अल्पहारी तथा गृह का त्याग करने वाला।
- सुखार्थी त्यजेत विद्यां विद्यार्थी त्यजेत सुखम्।
- सुखार्थिनः कुतो विद्या विद्यार्थिनः कुतो सुखम्॥
- सुख चाहने वाले को विद्या और विद्या चाहने वाले को सुख त्याग देना चाहिए। सुख चाहने वाले के लिए विद्या कहाँ और विद्या चाहने वाले को सुख कहाँ है?
इन्हें भी देखें[सम्पादन]
![]() |
फ़िल्मों से संबंधित यह लेख एक आधार है। आप इसे बढ़ाकर विकिसूक्ति की सहायता कर सकते हैं। |