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कवि

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कविता या काव्य की रचना करने वाले को कवि कहते हैं।

उक्तियाँ

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  • अपारे काव्यसंसारे कविरेकः प्रजापतिः।
यथाऽस्मै रोचते विश्वं तथा वै परिवर्तते ॥ -- अग्निपुराण
इस अपार काव्य संसार में कवि ही अकेला प्रजापति (ब्रह्मा) है। इसे जैसा विश्व अच्छा लगता है, यह उसे (विश्व को) वैसा ही परिवर्तित कर देता है।
  • वियोगी होगा पहला कवि, आह से उपजा होगा गान,
निकल कर आँखों से चुपचाप, बही होगी कविता अनजान! -- सुमित्रानन्दन पन्त
  • जहाँ न पहुँचे रवि, तहाँ पहुँचे कवि ।
  • यम कुबेर दिगपाल जहांते, कबि कोबिद कहि सके कहां ते। -- तुलसीदास, हनुमान के बारे में
  • गद्यं कवीनां निकषं वदन्ति -- दण्डी
गद्यकाव्य को कवियों की कसौटी कहते हैं।
  • कविर्दण्डी कविर्दण्डी कविर्दण्डी न संशयः
दण्डी (ही) कवि हैं, दण्डी (ही) कवि हैं, दण्डी (ही) कवि हैं - इसमें कोई सन्देह नहीं।