जहाँ नारियों का आदर होता है, वहाँ देवता निवास करते हैं।
शोचन्ति जामयो यत्र विनश्यत्याशु तत्कुलम्।
यत्रैतास्तु न शोचन्ति ह्मप्रासीदन्ति वर्धते तद्धि सर्वदा॥ -- मनुस्मृति ३/५७
जिस परिवार में स्त्री (ह्ममाता, पत्नी, बहन, पुत्री) दु:खी रहती है उस परिवार का नाश होता है तथा जिस परिवार में वो सुखी रहती है वह परिवार समॄद्ध रहता है.
जननी (माँ) और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग से भी महान हैं।
अमिय गारि गारेउ गरल, नारी करि करतार।
प्रेम बैर की जननि युग, जानहिं बुध न गँवार॥ -- तुलसीदास
भगवान् ने स्त्री को अमृत और प्रेम दोनों में सानकर बनाया है। स्त्री वैर और प्रेम दोनों की जननी है, इस बात को बुद्धिमान् पुरुष जानते हैं किंतु गँवार नहीं।
किसी को भी मत कहने दो कि तुम कमजोर हो क्योंकि तुम एक औरत हो।
महिला समाज के असली आर्किटेक्ट्स हैं। -- चेर
मुझे नहीं पता कि महिलाएं कोई ऐसी चीज को क्यों चाहती हैं जो पुरुषों के पास है, जबकि महिलाओं के पास जो चीजें है उनमे से एक पुरुष हैं। -- कोको चैनल
अगर आप किसी स्त्री का प्यार पा लेते है तो समझिये आपने जीवन जीने का आधार पा लिया है।
आप अपने फर्ज से मुख मोड़ सकते हैं लेकिन एक स्त्री अपने फर्ज को कभी अधूरा नहीं छोडती।
आप तभी सम्मान पाते हैं जब आप स्त्री का सम्मान करते हैं।
एक नारी कुछ भी करने की सामर्थ्य रखती है लेकिन कभी भी वह अपने इच्छा के विरुद्ध प्रेम नही कर सकती है।
एक नारी के लिए अपने पति का प्यार और बेटे के लिए माँ की ममता के आगे रानी का पद भी तुच्छ है।
एक नारी ही कभी माँ, कभी पत्नी, कभी बहन तो कभी बेटी बनकर पुरुषो की सेवा करती है।
एक नारी ही होती है जो माँ, बहन, बेटी और पत्नी का फर्ज निभाती है।
एक पुरुष चाहे कितनी भी तरक्की क्यों न कर ले वह बिना नारी के अधुरा है।
एक महिला पुरुषो के मुकाबले कही अधिक समझती है।
एक सुयोग्य स्त्री से परिवार की शोभा बढ़ जाती है।
एक स्त्री कभी अपने लिए नही जीती है वह दुसरो के सुख में ही अपना सुख अनुभव करती है।
एक स्त्री का अश्रु कठोर से कठोर पुरुष के हृदय को पिघला सकता है।
एक स्त्री का जीवन ही सुंदर जीवन का आधार है।
एक स्त्री से ही घर की शोभा बनती है।
एक स्त्री ही ऐसी होती है जो बड़े से बड़े दुखो के पहाड़ को आसानी से ढो लेती है।
एक स्त्री ही घर को स्वर्ग बना सकती है।
एक स्त्री ही है जो अपने पूरे जीवन को सिर्फ दुसरो के लिए जीती है।
एक स्त्री ही होती है जो सभी रिश्तो को सम्भालती है।
औरत को प्यार से जीता जा सकता है लेकिन स्त्री को समझने में पूरी जिन्दगी आपकी खत्म हो सकती है।
औरते प्यार करने के लिए बनी हैं, समझने के लिए नहीं। -- आस्कर वाइल्ड
औरते वही सुनना पसंद करती है जो उन्हें पसंद होती है।
किसी भी समाज की तरक्की का मापदंड उस समाज के महिलाओ के विकास से मापा जा सकता है।
कोई भी राष्ट्र तबतक विकसित नही हो सकता है जबतक उस देश की महिलाये भी देश के विकास में कंधे से कन्धा मिलाकर न चले।
कोई भी समाज तभी तरक्की करता है जबतक वहा की नारिया सशक्त होती है।
जब कोई पुरुष किसी स्त्री से प्यार करता है तो अपनी थोड़ी सी ख़ुशी ही देता है लेकिन जब कोई स्त्री प्यार करती है तो सबकुछ न्योछावर कर देती है।
जहा नारी को शक्ति मानकर पूजा जाता है वही सच्चे मातृत्व के सुख विराजते है।
जिस आंगन में स्त्री का निवास नही होता है वह घर आगन नर्क के समान होता है।
जिस घर में नारी को सम्मान मिलता है वह घर हमेसा खुशियों से भरा रहता है।
दुःख चाहे कितना भी बड़ा क्यू ना हो एक स्त्री ही इसे हसकर सामना करती है।
नारी का जीवन त्याग को ही दर्शाता है।
नारी का जीवन यानी संतोष की परिभाषा है।
नारी केवल एक इन्सान ही नही इस प्रकृति को आगे ले जाने वाली निर्माणकर्ता भी है।
नारी में असीमित शक्ति होती है फिर भी उसे समाज में अबला ही समझा जाता है।
नारी वह सुखो की सरिता है जिसमे पुरुष प्रवाहित होकर अपने दुखो से पार पाता है।
नारी शांति की प्रतिमा होती है उनका अपमान करना जंगलीपन को दर्शाता है।
नारीवादी वास्तव में महिलाओं और पुरुषों में समानता और पूर्ण मानवता की पहचान है। -- ग्लोरिया स्टाइनम
पूरे विश्व में चाहे कितनी भी सुंदर वस्तु देख ले लेकिन वह नारी के सुन्दरता के आगे कुछ भी नही है।
प्रेम कैसे किया जाता है इसे एक स्त्री ही भलीभाती जानती है।
भले ही एक स्त्री के आखो में दुखो के लाखो अश्रु क्यों ना हो लेकिन कभी भी अपने आचल में ममता को कम नही होने देती है।
मेरा विचार है कि भली औरतों का प्रभाव सभ्यता को मापने के लिए पर्याप्त है। -- राल्फ वाल्डो इमर्सन
मैं देखता हूं कि जब पुरुष महिलाओं से प्यार करते हैं। वे उन्हें अपने जीवन का बहुत थोडा हिस्सा देते हैं, लेकिन जब महिलाएं प्यार करती हैं तो सबकुछ दे देती हैं। -- आस्कर वाइल्ड
यदि एक पुरुष को शिक्षित किया तो केवल वही पुरुष ही शिक्षित होता है जबकि यदि किसी नारी को शिक्षित करते है तो दो परिवारों के उनके पीढ़ी को शिक्षित करते है।
यदि नारी सुरक्षित है तभी हमारा भविष्य भी सुरक्षित है।
यह भी सत्य है हर कोई एक स्त्री के रूप में अपनी बेटियों से सभी प्यार करते है लेकिन दुसरो के बेटियों के लिए बहुत ही कम इज्जत करने वाले लोग मिलते है।
लज्जा स्त्रियों का गहना है।
लड़कियों को स्मार्ट होने से कभी भी नही डरना चाहिए। -- एम्मा वॉटसन
वर्तमान में नारी की बस यही कहानी है आचल में दूध है तो आखो में बस पानी है।
स्त्री का सम्मान करना हर इन्सान का कर्तव्य है।
हमेशा की तरह एक मुर्ख के पीछे एक महान औरत होती है। -- जॉन लेनन
हर सफल इन्सान के पीछे एक औरत का ही हाथ होता है।
एक नारी किसी भी समय, कही भी, कोई भी स्थिति का सामना बहादुरी से कर सकती है।
एक पुरुष अपने जवानी के शक्ति से विजय हासिल करता है तो एक नारी अपने सुन्दरता के बल पर जीतती है।
चीन में मान्यता है कि जब नारी की भृकुटी तनती है तो दूज का चंद्रमा भी डर के टेढ़ा हो जाता है। -- लिन-उतांग
जहा नारी का सम्मान नही होता है उस समाज और पशु में कोई अंतर नही होता है।
जिस समाज में स्त्री का सम्मान नहीं होता, उस समाज का शीघ्र पतन निश्चित है।
जो स्त्री का अपमान करता है, वो माँ का अपमान करता है, जो माँ का अपमान करता है, वो भगवान का अपमान करता है, और जो भगवान का अपमान करता है, उसका पतन निश्चित है।
नारी का सम्मान सबका परम कर्तव्य है।
नारी के बिना पुरुषो का जीवन अधुरा है
नारी जाति को खाली हाथ कभी नहीं बैठना चाहिए। -- शरतचंद
नारी पुरुष की गुलाम नहीं, सहधर्मिणी, मित्र, अर्धांगिनी (पत्नी) है। -- महात्मा गाँधी
नारी यदि वर्तमान के साथ भविष्य को भी अपने हाथ में ले ले तो वह अपनी शक्ति से बिजली की तड़प को भी लज्जित कर सकती है। -- डॉ। रामकुमार वर्मा
पुरुषों को दुनिया में, मजबूत होना है तो, महिला शक्ति को हमेशा साथ लेकर चलना होगा।
पृथ्वी की-सी क्षमता, सूर्य जैसा तेज, समुद्र की-सी गम्भीरता, चन्द्रमा की-सी शीतलता, पर्वतों की-सी मानसिक उच्चता हमें एक साथ नारी के ह्रदय में दृष्टिगोचर होती है।
मनुष्यों को बेहतर ये समझना चाहिए कि, महिलाओं की ताकत के आधार पर ही जिंदगी की लड़ाई जीतने की सम्भावनाएं होती है।
महिलाएं इस समाज की वास्तविक आर्किटेक्ट हैं।
महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक बुद्धिमान होती है क्योंकि वे अपेक्षाकृत कम जानती है परन्तु समझती ज्यादा है।
महिलाये समाज के निर्माण की आधार होती है।
यदि स्त्रियाँ प्रसन्न रहें तो सारा कुल प्रसन्न रहता है। -- कहावत
लड़कियों को कमज़ोर और बोझ मानने वाले लोगों, भारत में ऐसी हज़ारों लडकियाँ हैं जिनपे भारत के हर नागरिक को गर्व है।
वह जन्म देती है, वह मौत से बचाती है, वह आगे बढ़ाती है, वह औरत कहलाती है।
वह दया, करुणा, ममता और प्रेम की पवित्र मूर्ति है और समय पड़ने पर प्रचण्डचण्डी भी। नारी मनुष्य के जीवन की जन्मदात्री है।
वह माता के समान हमारी रक्षा करती है, मित्र और माता के समान हमें शुभ कार्यों के लिए प्रेरित करती है, बाल्यावस्था से लेकर मृत्युपर्यंत वह हमारी संरक्षिका बनी रहती है। नारी सृष्टि के आरम्भ से अनन्त गुणों की आगार रही है।
विश्व में कोई वस्तु इतनी मनोहर नहीं, जितनी की सुशील और सुंदर नारी।
शक्ति महिलाओं की प्रतीक है। प्रकृति की बेहतरीन और सबसे सुन्दर रचना है। इनके बिना कोई निर्माण संभव नहीं है।
स्त्री अपने कंधो पर सब कुछ ले जाती है, और मुस्कुराते हुए अंत में गंतव्य तक पहुँचाती भी है।
स्त्री का शारीरिक सामर्थ्य भले ही कम हो, उसकी वाणी में असीम सामर्थ्य है। -- लक्ष्मीबाई केलकर
स्त्री पुरुष से उतनी ही श्रेष्ठ है, जितना प्रकाश अँधेरे से। -- प्रेमचन्द
हर एक व्यक्ति के अच्छाई और तरक्की के पीछे एक औरत का हाथ है।