माँग

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उद्धरण[सम्पादन]

  • अर्थशास्त्री की माँग, वास्तविक माँग नहीं है। उसका उपभोग एक कृत्रिम उपभोग है। अर्थशास्त्री के अनुसार केवल वह व्यक्ति वास्तव में माँगता है और केवल वह व्यक्ति वास्तविक उपभोगकर्ता है जिसके पास देने के लिये उतना है जितना वह प्राप्त करता है। -- फ्रेडरिक इंगेल्स, Outlines of a Critique of Political Economy (1844)

इन्हें भी देखें[सम्पादन]