सत्यनिष्ठा
दिखावट
- ईमानदारी सर्वोत्तम नीति हैं -- अंग्रेजी लोकोक्ति
- ईमानदारी वह चीज है जिस पर मनुष्य की प्रतिष्ठा निर्भर करती है। -- श्रीराम शर्मा आचार्य
- वह व्यक्ति जो अपने खून-पसीने की कमाई से रोजी हासिल करता है, और जो भी वह कमाता है, उसमें दूसरों को हिस्सा देता है, ऐसे व्यक्ति को ईमानदार कहना चाहिए। -- गुरू नानक
- किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए क्योकि सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं। -- चाणक्य
- ईमानदार बन कर आप अपनी बिलकुल अलग पहचान बनाते है। आपके व्यक्तित्व की यह चमक किसी की लाख कोशिशों के बाद छिपाए नहीं छुपती। -- वेदान्त तीर्थ
- ईमानदार होना दस हजार में से एक होना हैं। -- शेक्सपियर
- ईमानदार और सच्चे दिल वाला व्यक्ति स्वयम को सदा हल्का व तनावमुक्त अनुभव करता है। -- अज्ञात
- एक जादुई गुण है जो हम सब के अन्दर है, वो हमारी ऊर्जा बदल देता है और हमारे प्रति दूसरों की धारणा बदल देता है। उसे ईमानदारी कहते हैं। -- ब्रह्मा कुमारी
- ईमानदारी मनुष्य स्वभावतः स्पष्टभाषी होता है। उसे अपनी बातों में नमक मिर्च लगाने की जरूरत नहीं होती। -- प्रेमचंद
- ईमानदारी के बराबर और कोई भी गुण अभी तक संसार में खोजा नहीं जा सका। असंख्य लोग ईमानदारी के बजाय धोखे के नकली सिक्के को चलाने में अपने जीवन को बिगाड़ चुके है। -- स्वेट मार्डेन
- ईमानदार आदमी ईश्वर की सर्वोत्तम रचना है। -- पोप
- किसी के मरणोपरान्त मिलने वाला कोई धन ईमानदारी से अधिक मूल्यवान नहीं है। -- शेक्सपियर
- ईमानदार व्यक्ति न चाहते हुए भी प्रसिद्ध हो जाता हैं। -- रूजवेल्ट
- आदमी को चाहिए कि वह पहले ईमानदार और सज्जन बने। बाद में शिष्टाचार और संतोष की पालिश चढ़ाए। -- कन्फ्यूशियस
- ईमानदार का हर काम खुलेआम होता हैं। -- चाणक्य
- बुजुर्गो से प्राप्त की हुई कोई भी वस्तु इतनी मूल्यवान नहीं होती जितनी की ईमानदारी। -- शेक्सपियर
- जिसका ईमान नही वह इंसान नहीं, ईमान न बेचो, भले ही सब कुछ बेच दो। -- सुकरात
- यदि तुम्हारा हृदय ईमान से भरा है तो एक शत्रु क्या, सारा संसार आपके सम्मुख हथियार डाल देगा। -- स्वामी रामतीर्थ
- जो कहता है कि ईमानदारी नामक कोई वस्तु नहीं है, वह स्वयं धूर्त हैं। -- बर्कले
- न्यायधीश को तीक्ष्ण बुद्धि होने, अधिक योग्य, प्रदर्शनीय होने, सम्मानित और पूर्ण विश्वस्त होने के बजाय अधिक विचारपूर्ण होना चाहिए। इससे भी ऊपर ईमानदारी और सच्चाई उनका असली गुण हैं। -- फ़्रांसिस बेकन
- ईमानदारी वैभव का मुंह नहीं देखती, वह तो मेहनत के पालने पर किलकारियां मारती है और संतोष पिता की तरह उसे देखकर तृप्त हुआ करता है। -- रांगेय राघव
- जो व्यक्ति छोटे-छोटे कामों को ईमानदारी से करता है, वही बड़े कामों को भी ईमानदारी से कर सकता हैं। -- सैमुअल स्माइल्स
- उस तुच्छ व्यक्ति का चित्त कभी शांत नहीं हो सकता, जिसने पैसे की खातिर अपना ईमान बेच दिया। -- शेखसादी
- ईमानदारी स्वयं अपना परिचय हैं। -- स्वामी गोविन्द प्रकाश
- ईमानदार होने का मतलब यह कतई नहीं है कि आप बेईमानी से किसी भी तरह से हारे। ऐसी परिस्थिति में ईमानदारी को यमराज से भी ज्यादा क्रूर हो जाना चाहिए। -- वेदान्त तीर्थ
- ईमानदार कभी बेईमान हो नहीं सकता, यहीं बात बेईमान के साथ भी लागू होती है। -- के. हैरी
- ईमानदार होने का अर्थ है, सब खुला है, कोई भय नहीं, किसी से कोई अपेक्षा नहीं, इसलिए ईमानदार का चेहरा प्रसन्नता से जगमगाता रहता है। -- किशोर स्वामी