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  • शान, गली-गली होता अपमान।। मदिरा, मांस, तामसी भोजन, दूषित करते तन-मन-जीवन। महाकाल की यही पुकार, बन्द करो सब भ्रष्टाचार। मांस मदिरा बीड़ी-पान, असुर तत्त्व...
    १२२ KB (९,०९० शब्द) - २२:२०, १८ मई २०२४