विन्सेंट स्मिथ

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विन्सेन्ट आर्थर स्मिथ (Vincent Arthur Smith, CIE, 3 जून 1848 ६ फरवरी 1920) आयरलैण्ड के एक भारतविद एवं इतिहसकार थे।

उक्तियाँ[सम्पादन]

  • भारत में, सभी संदेहों से परे, एक गहरी अंतर्निहित मौलिक एकता है जो कि भौगोलिक अलगाव या राजनीतिक आधिपत्य द्वारा उत्पन्न की गई एकता से कहीं अधिक गहरी है। वह एकता रक्त, रंग, भाषा, पोशाक, शिष्टाचार और संप्रदाय की असंख्य विविधताओं से परे है। -- एस लोंढे द्वारा "A tribute to Hinduism: Thoughts and wisdom spanning continents and time about India and her culture" में उद्धृत (2008)
  • हिंदू धर्म ने कभी भी एक विशिष्ट, प्रभुत्वशाली, रूढ़िवादी संप्रदाय का निर्माण नहीं किया है, जिसमें आस्था के किसी सूत्र को निन्दा के दर्द के तहत स्वीकार या अस्वीकार किया जा सके। -- आनन्द केंटिश कुमारस्वामी, एसेज़ इन नेशनल आइडियलिज्म नई दिल्ली: मुंशीराम मनोहरियाल, 1981. पृष्ठ 131
  • भारत की ऐतिहासिक परम्परा का सबसे व्यवस्थित रिकॉर्ड पुराणों की राजवंशीय सूचियों में संरक्षित है। ये सूचियाँ अठारह पुराणों में से पांच में विद्यमान हैं- वायुपुराण, मत्स्यपुराण, विष्णुपुराण, ब्रह्माण्डपुराण और भागवतपुराण में। ब्रह्माण्ड और वायु के साथ-साथ मत्स्य, जिसमें बाद में बड़े पैमाने पर परिवर्धन हुआ है, सबसे प्रारंभिक और सबसे आधिकारिक प्रतीत होते हैं। -- ई० वेदव्यास, 'अंतरिक्ष युग में हिंदू धर्म', 1975 पृष्ठ 108
  • प्राचीन तमिल साहित्य और ग्रीक तथा रोमन लेखक सिद्ध करते हैं कि ईसा की पहली दो शताब्दियों में कोरोमंडल तट पर स्थित बंदरगाहों को पूर्व और पश्चिम दोनों के साथ सक्रिय वाणिज्य का लाभ मिलता था। चोल बेड़े... हिंद महासागर को पार करके मलाया द्वीपसमूह के द्वीपों तक पहुंच गए। -- विंसेंट स्मिथ कृत 'भारत का प्रारंभिक इतिहास' (Early History of India) पृष्ठ 415

इन्हें भी देखें[सम्पादन]

सन्दर्भ[सम्पादन]