पाकिस्तान
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पाकिस्तान भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक देश है। यह विश्व का 6वाँ सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। यह पहले भारत का हिस्सा था, जिसे अँग्रेज़ो ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अलग देश बना दिया।
उद्धरण
[सम्पादन]- दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है, जो पाकिस्तान को मिटा सके। -- मोहम्मद अली जिन्नाह, 30 अक्टूबर 1947 को लाहौर में
- जब विभाजन हुआ, तब मुझे ऐसा लगा, मानो ईश्वर ने इस देश को दिया हुआ अभिशाप वापस ले लिया हैं और अब अपने देश को एक रखने का, महान और समृद्धिशाली बनने का रास्ता साफ़ हो गया है। -- भीमराव अम्बेडकर, 'डॉ० बाबासाहेब अम्बेडकर - लेखन एवं भाषण' के पहले खंड के 146वें पृष्ठ पर
- मैं खुश था कि भारत से पाकिस्तान अलग कर दिया गया था। कहा जाय तो मैं मैं पाकिस्तान का दार्शनिक था। मैं पाकिस्तान बनाने की वकालत इसलिये कर रहा था क्योंकि मुझे लगता था कि केवल पाकिस्तान के निर्माण से ही हिन्दू न केवल स्वतन्त्र (independent) होंगे बल्कि मुक्त (free) भी। -- भीमराव अम्बेडकर,२३ जून, १९५६ को दिल्ली में अखिल भारतीय बौद्धजन समिति के प्रकट सभा में[१]
- भारत में हिन्दू-मुस्लिम एकता कभी अस्तित्व में ही नहीं थी। मुसलमान शासक के रूप में भारत में आये थे, इसलिए वे इसी मानसिकता में रहते हैं। 1857 का विद्रोह भी हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक नहीं था, वरन मुसलमानों ने अपनी 'छिनी गयी' शासक की भूमिका को फिर से वापस लेने के लिए अंग्रेजों से छेड़ा विद्रोह था। -- भीमराव अम्बेडकर
- यद्यपि मैं समझता था कि मुसलमानों के प्रति उच्च जाति के हिंदुओं के रवैये के कारण भारत का विभाजन मुसलमानों की शिकायतों का एक उचित समाधान था, किन्तु मुझे विश्वास था कि पाकिस्तान के निर्माण से सांप्रदायिकता की समस्या का समाधान नहीं होगा। इसके विपरीत यह केवल संप्रदायवाद और घृणा को बढ़ाएगा। -- जोगिंदरनाथ मंडल, दलित नेता एवं पाकिस्तान के प्रथम कानून मन्त्री
- इसके अलावा, मेरा दृढ़ विश्वास है कि (पाकिस्तान का निर्माण) मुसलमानों की स्थिति में सुधार नहीं करेगा। बँटवारे का परिणाम यह होगा कि स्थायी रूप से न सही, लेकिन लंबे समय तक, दोनों देशों के मेहनतकशों के लिए ग़रीबी, जहालत और दुखों का लंबा दौर रहेगा। मुझे डर है कि पाकिस्तान शायद दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे पिछड़ा देश बन जाएगा।
- न केवल अल्पसंख्यकों को बल्कि पाकिस्तान में उन मुसलमानों को भी अपमानित किया जा रहा है जो मुस्लिम लीग और सरकार के भ्रष्ट नौकरशाहों के दायरे से बाहर हैं। -- जोगिंदरनाथ मंडल, अपने लंबे इस्तीफ़े में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ होने वाले अत्याचारों पर विस्तार से चर्चा करते हुए
- पाकिस्तान में कई गहरी परेशानियाँ है। -- * स्टीफन कोहेन
सन्दर्भ
[सम्पादन]बाहरी कड़ियाँ
[सम्पादन]- क्या पाकिस्तान बनना चाहिये?' (भीमराव अम्बेडकर)