नरेन्द्र मोदी
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नरेंद्र दामोदर दास मोदी (जन्म: १७ सितम्बर १९५०, वादनगर) भारत गणराज्य के चौदहवें प्रधानमंत्री और राजनेता हैं।
उक्तियाँ[सम्पादन]
- जितना अधिक आप मेरे ऊपर कीचड़ फेंकेंगे, उतना अधिक कमल खिलेगा।
- किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए उसका घोषणापत्र गीता और कुरान की तरह होना चाहिए।
२०१४ चुनाव अभियान के दौरान[सम्पादन]
- अच्छे दिन आने वाले हैं।
- मुझे देश के लिए मरने का अवसर नहीं मिला है, लेकिन मुझे देश के लिए जीने का अवसर मिल गया है।
- हमारा मन्त्र है: सबका साथ सबका विकास।
- गुजरात संभवतः एकमात्र ऐसा राज्य है जहाँ आँगनबाड़ी के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाता है।
- मैंने चाय बेची है, लेकिन कभी अपना देश नहीं बेचा।
- अच्छे दिन आने वाले हैं।
- एक समय था जब भारत को अन्य देश के लोग सपेरों का देश मानते थे लेकिन आजकल हमारे देश के युवाओं के चलते ये देश अब सापों को नही 'माउस' को नचाते है।
- हमारे देश की सेना बात नही करती रणक्षेत्र में अपना पराक्रम दिखाती है।
- पिछले सरकारों को आपलोगो ने 70 साल का समय दिया आपलोग सिर्फ मुझे 50 दिन का समय दो सारे कालेधन वाले खुद बाहर निकल आयेगे।
- नोटबंदी का फैसला देशहित में लिया है लेकिन जिससे इसका नुकसान हुआ है वे लोग मुझे छोड़ेगे नही।
- नोटबंदी से हमारे देश की जनता तो आज पहली बार चैन की सास लेकर सोने जा रही है जबकि कुछ लोग आज से नीद की गोलिया लेना शुरू कर देंगे।
- जिनको अपने काले धन ठिकाने लगाने का मौका नही मिला वही लोग मुझसे नाराज है अगर मै इन्हें 72 घंटे का मौका देता तो यही लोग मेरी वाहवाही करते।
- कालेधन को समाप्त करना है तो भारत की कैश अर्थव्यवस्था को कैशलेश की तरफ ले जाना है। हमे नोटबंदी के साथ कैशलेस भी होना जरुरी है।
- आप अपने मोबाइल को अपना बटुआ बना सकते है और अपने मोबाइल से सब्जी भी खरीद सकते है और अपना सारा व्यापार भी कर सकते है।
- लोकतंत्र में जनता का ही फैसला सर्वमान्य होता है जिसे मानना हम सबकी जिम्मेदारी है।
- हमे अपने देश की आजादी के लिए मरने का मौका तो नही मिला लेकिन इन प्यारे देशवासियों के लिए जीने का मौका मिला है तो इसे कभी हम व्यर्थ नही जाया करेगे और देश के हित में काम करना भी देशभक्ति है।
- माता पिता तो अपने बढती हुई बच्चियों पर लगाम तो लगाते है लेकिन ऐसे माता पिता अपने लडको से पूछते है की वे क्या करते है कहा जाते है क्यूकी एक बलात्कारी भी किसी माँ बाप का ही लड़का होता है इसलिए हर माँबाप का कर्तव्य है की अपनी बेटियों के साथ साथ बेटो पर ध्यान रखे की कही उनका बेटा गलत दिशा में तो नही जा रहा है।
- जो हमारे दादा दादी ने किया मेरे माँ बाप ने भी वैसा किया क्या हमे भी वैसा करना चाहिए इस सोच पर देश नही चलती हम तो अपने बडो से मार्गदर्शन तो ले सकते है लेकिन सोच और परिस्थिति तो अपने समय के हिसाब से होती है और उसी के अनुसार आगे बढ़ा जा सकता है।
- मैं आपसे वादा करता हूँ कि अगर आप एक दिन में 12 घंटे तो काम करेगे तो मै 13 घंटे काम करुँगा, अगर आप 13 घंटे तो मै 14 घंटे और आप 14 घंटे काम करेगे तो मै 15 घंटे काम करुगा क्योंकि मै आप सबका प्रधानमन्त्री नही 'प्रधानसेवक' हूँ।
- कुछ बनने के लिए सपने मत देखो बल्कि कुछ ऐसा करके दिखाना है ऐसा सपना देखना चाहिए।
- हमारे द्वारा की गयी कड़ी मेहनत कभी थकान नही लाती बल्कि उसे पूरा करने से संतोष का आनंद प्राप्त होता है।
- हमारे मन की कोई समस्या नही होती समस्या तो केवल हमारे मानसिकता की होती है जिसकी उपज के लिए खुद हम जिम्मेदार होते है।
- हर इन्सान के अंदर दो गुण होते है एक अच्छा और एक बुरा और इन्सान जिस पर अपना ध्यान लगाएगा वैसा ही बन जायेगा।
- मेरे जीवन का लक्ष्य ही सबकुछ है पर मेरी महत्वकांक्षा कुछ भी नही है अगर मै नगर निगम का अध्यक्ष भी होता तो भी मै उतना ही मेहनत करता जितना की आज मै प्रधानमन्त्री या मुख्यमंत्री होकर करता हूँ।
- मै जितना अधिक संघर्ष करता हूँ मेरा संघर्ष ही इन फाइलों में जान डाल देता है।
- राजनीति का कोई अंत नही होता।
- मेरे लिए धर्म का मतलब अपने काम के प्रति निष्ठावान और देश के प्रति समर्पण है।
- एक गरीब परिवार का बेटा भी अपनी बातें कह सकता है और अपने हक के लिए लड़ सकता है। यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।
- मैंने चाय बेचा है, देश बेचना कभी नहीं सीखा है।
- करोड़ों लोगों का यह देश मेला है कौन कहता है कि मोदी अकेला है।
- गुजरात का विकास माडल देश के विकास विकास का माडल हो सकता है।
- इच्छा + स्थिरता = संकल्प , संकल्प + कड़ी परिश्रम = सफलता।
- जब कोई कहता है की प्रधानमन्त्री कमजोर हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि लोग उसके शारीरिक क्षमता के बारे में कह रहे हैं बल्कि प्रधामंत्री वो पद होता है जिसकी गरिमा कम हो गयी है और जिस कार्यालय में बैठता है वो कार्यालय सबसे सशक्त कार्यालय होता है लेकिन वो कार्यालय की शक्ति खत्म सी हो गयी है।
- हम 'स्किल्ड इंडिया' चाहते हैं लेकिन पिछली सरकार ने पिछले 10 साल से से भारत को 'स्कैम इण्डिया' बना दिया है।
- राहुल का भाषण लोगो के लिए मनोरंजन का अच्छा साधन है।
- किसी भी लोकतंत्र के लिए राजवंश घातक सिद्ध होता है, आप इतिहास उठाकर देख सकते हैं।
- मोदी-सरकार विरोधी ताकतों का सिर्फ एक ही एजेंडा है, मोदी को रोको।
- लगातार जो चलते हैं वही मीठा फल पाते हैं। सूरज की अटलता देखो लगातार गतिशील और निरंतर चलने वाला कभी नहीं रुकने वाला। इसलिए हमें भी हमेसा आगे ही बढ़ते रहना चाहिए।
- एक गरीब कभी मुफ्त की नही खाना चाहता, उसे तो सिर्फ अपने काम के बदले पैसे लेना चाहता है। और इस देश के गरीब में वो ताकत है यदि उसे काम करने का मौका मिले तो बंजर मिट्टी से भी सोना उगा सकता है।
- लोकतंत्र में कोई किसी का दुश्मन नही होता बल्कि यहाँ यही प्रतिस्पर्धा होती है की देश के विकास के लिए कौन अधिक से अधिक अच्छा कार्य कर सकता है।
- डरते वही हैं जो अपनी छवि के लिए मरते हैं। मै तो अपने भारतवर्ष की छवि के लिए मरता हूँ इसलिए किसी से नही डरता हूं।
- सरकार किसी एक की विशेष पार्टी नही होती , बल्कि ये लोकतंत्र में सभी लोगो की लिए होती है।
- मै न तो मुफ्त में भोजन दूंगा और न मुफ्त में पानी, बल्कि मैं रोजगार के लिए इतने अवसर लाऊंगा और भारत देश के युवाओं को इतना सक्षम बनाऊंगा की देश का हर नौजवान अपने स्वाभिमान से अपना पेट भर सकेगा और दुसरों के प्यास बुझा सकेगा।
- मैं एक छोटा आदमी हूँ और मैं छोटे छोटे लोगों के लिए बड़े-बड़े काम करना चाहता हूँ।
- हमारी जिम्मेदारी देश को चलाने की ही नहीं बल्कि देश के सभी लोगों को साथ में लेकर चलने की है।
- आतंकवाद का कोई मजहब नही होता। यह युद्ध से भी बदतर है। भारत ने अपने युद्धों की तुलना में आतंकवाद से ज्यादा लोगों को खोया है।
- स्वच्छ भारत का सपना गांधीजी ने देखा था, आईये इसे हम साकार करें।
- अपने जीवन में न मैने माँ-बाप की दौलत पाई है और मुझे धन दौलत चाहिए भी नहीं। अगर मेरे पास कुछ है भी तो वो है मेरे माँ का दिया हुआ आशीर्वाद जो मुझे हमेसा आगे बढने की प्रेरणा देती है।
- समाज की सेवा करना यानी एक तरह से हमे एक तरह से अपने ऋण चुकाने का मौका है।
प्रधानमंत्री के रूप में[सम्पादन]
- जलवायु परिवर्तन नहीं हुआ है। हम बदल गए हैं। हमारी सहन शक्ति और आदतें बदल गई हैं। अगर हम बदलते हैं तो भगवान ने भी ऐसी व्यवस्था बनाई है जिससे कि अपने आप संतुलन कायम हो सके।
- जलवायु परिवर्तन पर दिए ज्ञान के चलते TWITTER पर घिरे MODI SIR, दैनिक भास्कर (५ सितंबर २०१४)। अभिगमन तिथि : २६ दिसंबर २०१७।