गणित
Jump to navigation
Jump to search
गणित उस ज्ञान एवम् अकादमिक विषय-क्षेत्र को कहते हैं जो कि मात्रा (संख्या), संरचना, दिक् तथा परिवर्तन जैसी अवधारणाओं पर केन्द्रित है।
गणितज्ञों और दार्शनिकों के उद्धरण[सम्पादन]
- यथा शिखा मयूराणां , नागानां मणयो यथा।
तथा वेदांगशास्त्राणां , गणितं मूर्ध्नि स्थितम्॥- जैसे मोरों में शिखा और नागों में मणि का स्थान सबसे उपर है, वैसे ही सभी वेदांग और शास्त्रों मे गणित का स्थान सबसे उपर है।
- वेदांग ज्योतिष
- बहुभिर्प्रलापैः किम् , त्रयलोके सचरारे।
यद् किंचिद् वस्तु तत्सर्वम् , गणितेन् बिना न हि॥- बहुत प्रलाप करने से क्या लाभ है? इस चराचर जगत में जो कोई भी वस्तु है वह गणित के बिना नहीं है। उसको गणित के बिना नहीं समझा जा सकता।
- महावीराचार्य, जैन गणितज्ञ
- ज्यामिति की रेखाओं और चित्रों में हम वे अक्षर सीखते हैं जिनसे यह संसार रूपी महान पुस्तक लिखी गई है।
- गणित एक भाषा है।
- जे. डब्ल्यू. गिब्ब्स , अमेरिकी गणितज्ञ और भौतिकशास्त्री।
- काफी हद तक गणित का संबन्ध (केवल) सूत्रों और समीकरणों से ही नहीं है। इसका सम्बन्ध सी.डी से , कैट-स्कैन से , पार्किंग-मीटरों से , राष्ट्रपति-चुनावों से और कम्प्युटर-ग्राफिक्स से है। गणित इस जगत को देखने और इसका वर्णन करने के लिए है, ताकि हम उन समस्याओं को हल कर सकें जो अर्थपूर्ण हैं।
- गरफंकल , १९९७
- गणित एक ऐसा उपकरण है जिसकी शक्ति अतुल्य है और जिसका उपयोग सर्वत्र है; एक ऐसी भाषा जिसको प्रकृति अवश्य सुनेगी और जिसका सदा वह उत्तर देगी।
- प्रो. हाल
- लाटरी को मैं गणित न जानने वालों के उपर एक टैक्स की भाँति देखता हूँ।
- यह असंभव है कि गति के गणितीय सिद्धान्त के बिना हम बृहस्पति पर राकेट भेज पाते।