क्रांति
दिखावट
- क्रांतियाँ इतिहास के इंजिन हैं। -- कार्ल मार्क्स
- राजनीति में प्रयोगों का अर्थ है क्रांतियां। -- डिजरायली
- क्रांति का अर्थ होता है अतीत और भविष्य के बीच एक जबर्दस्त संघर्ष। -- फिदेल कास्त्रो
- क्रांति दूसरों को बांध कर नहीं होती, अपने को मुक्त करके होती है। -- अज्ञेय
- यदि क्रांति सफल न हो पाए तो इतिहासकार उसे ‘विप्लव’ और ‘विद्रोह’ के सम्बोधन प्रदान कर देता है। वस्तुतः सफल विद्रोह ही क्रांति कहलाता है। -- विनायक दामोदर सावरकर
- स्वच्छ क्रांति तो प्रेम व न्याय के सिद्धान्त से ही हो सकती है। -- एमर्सन
- अहिंसक प्रक्रिया में क्रांति का साध्य भी मनुष्य है और क्रांति का साधन भी मनुष्य है। -- दादा धर्माधिकारी
- किसी को क्रांति शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरूपयोग करते हैं उनके फायदे के हिसाब से इसे अलग अलग अर्थ और अभिप्राय दिए जाते है। -- भगत सिंह
- ज़रूरी नहीं था की क्रांति में अभिशप्त संघर्ष शामिल हो। यह बम और पिस्तौल का पंथ नहीं था। -- भगत सिंह
- सबको खाना, कपडा, मकान, मिल जाना क्रांति नहीं है। जितनी जरूरत हो, उतना खाना मिले, कपड़े की जरूरतें पूरी हो जाएं, हर एक को रहने के लिए अच्छा मकान मिल जाए-यह मनुष्य को सुखी जानवर बना सकता है, लेकिन स्वतंत्र मानव नहीं बना सकता। इसलिए यह क्रांति नहीं है। -- दादा धर्माधिकारी
- जीविका की पद्धति में और प्रतिष्ठा में जब आमूलाग्र परिवर्तन हो तब वह क्रांति कहलाती है। -- दादा धर्माधिकारी
- क्रांति में मूल्य का परिवर्तन होगा। सबसे पहले हमें अपने जीवन में परितर्वन करना होगा। -- दादा धर्माधिकारी
- सच, कर्म और चरित्र को क्रांति के बाद की चीज नहीं समझना चाहिए। इन्हें तो क्रांति के साथ-साथ चलना चाहिए। -- राममनोहर लोहिया
- निर्बल व्यक्ति की आहें संगठित होकर समुदाय द्वारा जनित क्रांति का रूप धारण कर सकती हैं। -- भगवतीचरण वर्मा
- अर्थहीन अकारण विप्लव की चेष्टा में रक्तपात होता है, और कोई फल प्राप्त नहीं होता। विप्लव की सृष्टि मनुष्य के मन में होती है, केवल रक्तपात मे नहीं होता। इसी से धैर्य रखकर उसकी प्रतीक्षा करनी होगी है। -- शरत्चन्द्र
- क्रांतियां क्षुद्र बातों के लिए नहीं हैं किन्तु क्षुद्र बातों से उद्भूत होती है। -- अरस्तू
- किसी को क्रांति शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरुपयोग करते हैं, उनके फायदे के हिसाब से इसे अलग-अलग अर्थ और मायने दिए जाते हैं। -- भगत सिंह
- क्रांति मानव जाति का एक अपरिहार्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक कभी न खत्म होने वाला जन्मसिद्ध अधिकार है। श्रम समाज का वास्तविक निर्वाहक है। -- भगत सिंह
- फ्रांस की राज्यक्रांति तो कहीं अधिक बड़ी और कहीं गंभीर राज्यक्रांति की, जो अंतिम होगी, अग्रदूत मात्र है ‘समता’ की मांग के लिए न्याय व प्रसन्नता की शक्तियों को संगठित होना चाहिए। हर मनुष्य के लिए महान् शरणस्थल ‘समानों का गणतंत्र’ स्थापित करने की बेला आ गयी है। -- फ्रेक्वाइ एमिली वेल्युफ
- क्रांति आम जनता और व्यक्ति से शक्ति के संचय तथा संधान की मांग करती है। -- लेनिन
- क्रांति की आधारभूत प्रतिज्ञा यह है कि वर्तमान सामाजिक व्यवस्था राष्ट्र के विकास की महत्पूर्ण समस्याओं को हल करने में असमर्थ हो चुकी है। -- ट्राट्स्की
- यदि तुम क्रांति का सिद्धान्त और विधियों के जिज्ञासु हो तो तुम्हें क्रांति मे भाग लेना चाहिए। समस्त प्रामाणिक ज्ञान प्रत्यक्ष अनुभव से उद्भूत होता है। -- माओ-त्से-तुंग
- यदि क्रांति करनी हो, तो उसके लिए एक क्रांतिकारी संस्था का होना अनिवार्य है। -- माओ-त्से-तुंग
- एक सफल क्रांति के लिए सिर्फ अंसतोष का होना पर्याप्त नहीं है ।जिसकी आवश्यकता है वो है न्याय एवं राजनीतिक और सामाजिक अधिकारों में गहरी आस्था। -- डॉ अम्बेकर
- शासक वर्गो को साम्यवादी क्रांति होने पर कांपने दो। सर्वहाराओं पर अपनी बेड़ियों के अतिरिक्त अन्य कुछ है ही नहीं, जिसकी हानि होगी। जीतने के लिए उनके सामने एक संसार है। सभी देशो के श्रमिकों संगठित बनो। -- कार्ल मार्क्स
- काम है मेरा बगावत नाम है मेरा शबाब
- मेरा नाम इंकिलाबो-इंकिलाबों-इंकिलाब।
- -- ‘जोश’ मलीहावादी
- हमने माना जंग कड़ी है सर फूटेगे, खून बहेगा
- खून में गम भी बह जायेगे, हम न रहेंगे, गम भी न रहेगा।
- -- ‘फैज’