खोज परिणाम

  • मस्ती से मन को बहलाना पर्व हो गया आज- साजन! होली आई है! हँसाने हमको आई है! साजन! होली आई है! इसी बहाने क्षण भर गा लें दुखमय जीवन को बहला लें ले मस्ती की...
    १० KB (७७९ शब्द) - ०७:२४, ८ मार्च २०२३
  • व्यक्ति का धनी-मानी व्यक्तियों के साथ मित्रता करने का प्रयास। टुकड़ा खाए दिल बहलाए, कपड़े फाटे घर को आए : ऐसा काम करना जिसमें केवल भरपेट भोजन मिले, कोई लाभ...
    २० KB (१,६४३ शब्द) - ००:१५, १ अक्टूबर २०२३
  • होकर भी सार्वभौमिक रहता है। -- प्रेमचन्द साहित्य का काम केवल पाठकों का मन बहलाना नहीं है। यह तो भाड़ो और मदारियों, विदूषक और मसकरों का काम है। -- प्रेमचन्द...
    ७५ KB (५,८५४ शब्द) - १३:१९, १० सितम्बर २०२३
  • कह कर, गोद में अश्क जो टपकें कभी रुख से बह कर, तिफ्ल उनको ही समझ लेना जी बहलाने को! अपनी किस्मत में अजल से ये सितम रक्खा था, रंज रक्खा था मुहिम रक्खी थी...
    २६ KB (१,९२५ शब्द) - ०८:२३, १४ नवम्बर २०२२
  • इकरार कहाँ आएगा , हर सुबह एक ही अखबार कहाँ आएगा , आज जो बांधा है इन में तो बहल जायेंगे , रोज इन बाहों का त्योहार कहाँ आएगा…!! मिले हर जख्म को मुस्कान को...
    ३८ KB (३,३३५ शब्द) - ०७:५९, ८ अगस्त २०२३
  • दूसरों की बड़ाई से अपनी बड़ाई समझै। इ.  : (आप ही आप) इन से काम न होगा। (बात बहलाकर प्रगट) नहीं नहीं मेरी यह इच्छा थी कि मैं भी उनके गुणों को अपनी आँखों से...
    १७८ KB (१४,५३५ शब्द) - ००:०३, ११ मार्च २०१४