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नम्रता

विकिसूक्ति से
(विनय से अनुप्रेषित)
  • अभिमान की अपेक्षा नम्रता से अधिक लाभ होता है। -- भगवान गौतम बुद्ध
  • जो विनम्र है, वही जगत विजयी है। -- आचार्य चाणक्य
  • नम्रता, प्रेमपूर्ण व्यवहार तथा सहनशीलता से मनुष्य तो क्या देवता भी तुम्हारे वश में हो जाते है। -- लोकमान्य तिलक
  • नम्रता और मीठे वचन ही मनुष्य के आभूषण हैं। -- स्वामी विवेकानंद
  • आदर पाने के लिए मनुष्य को पहले विनम्र बनना पड़ता है। -- नीतिवचन
  • विनय पात्रता प्रदान करती है। -- हितोपदेश
  • नम्रता पत्थर को भी मोम कर देती है। -- मुंशी प्रेमचंद
  • दुःख और हानि सहने के बाद आदमी अधिक नम्र और ज्ञानी होता है। -- बैंजामिन फ्रैंकलिन