आज का विचार

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(आज का विचार (Aaj Ka Vichar) से अनुप्रेषित)

उक्तियाँ[सम्पादन]

  • विजेता बनने का एक हिस्सा ये जानना है कि कब हद पार हो चुकी है। कभी-कभी आपको लड़ाई छोड़ कर जाना पड़ता है, और कुछ और करना होता है जो अधिक प्रोडक्टिव हो.
  • सफलता का फार्मूला: जल्दी उठो, कड़ी मेहनत करो, लकी रहो.
  • एक आवारा, एक सज्जन, एक कवि, एक सपने देखने वाला , एक अकेला आदमी, हमेशा रोमांस और रोमांच की उम्मीद करते है
  • हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें. हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा.
  • खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं.
  • मूर्ख दूसरों पर हँसते हैं. बुद्धिमत्ता खुद पर.
  • शिक्षा सबसे बड़ा शशक्त हथियार है जिससे दुनिया को बदला जा सकता है।
  • एक अच्छा दिमाग और अच्छा दिल हमेशा से विजयी जोड़ी रहे हैं.
  • मैं ये कभी नहीं भूला हूँ कि तुम रंगीन कांच के टुकड़ों के माध्यम से दुनिया देख सकते हो .
  • हमेशा से मेरी एक फिलोसोफी है जो मुझे मेरे पिता से मिली थी। वो कहा करते थे , सुनो। भगवान ने तुम्हे फुटबॉल खेलने का उपहार दिया है। ये भगवान की तरफ से तुम्हारा गिफ्ट है , अगर तुम अपनी सेहत का ध्यान रखो , अगर तुम हमेशा अच्छे शेप में रहो , तो भगवान के उपहार के साथ कोई तुम्हे रोक नहीं पायेगा, लेकिन तुम्हे तैयार रहना होगा।
  • अभ्यास ही सबकुछ है।
  • मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति तुम्हारे साथ है; और लगातार तुम्हे बस एक साधन की तरह प्रयोग कर के सभी कार्य कर रही है।
  • मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है।जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है।
  • लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे. सम्मानित व्यक्ति के लिए, अपमान मृत्यु से भी बदतर है।
  • महानता से घबराइये नहीं: कुछ लोग महान पैदा होते हैं, कुछ महानता हांसिल करते हैं, और कुछ लोगों के ऊपर महानता थोप दी जाती है।
  • लेकिन आदमी आदमी होता है; जो सबसे अच्छे होते हैं वो कई बार ये भूल जाते हैं.
  • प्रत्येक व्यक्ति को अपने आचरण का परिणाम धैर्यपूर्वक सहना चाहिए.
  • भगवान ने तुम्हे एक चेहरा दिया है, और तुम अपने लिए एक नया बना लेते हो.
  • एक छोटी सी मोमबत्ती का प्रकाश कितनी दूर तक जाता है! इसी तरह इस बुरी दुनिया में एक अच्छा काम चमचमाता है।
  • अगर करना उतना ही आसान होता जितना की जानना की क्या करना अच्छा है, तो शवगृह गिरिजाघर होते, और गरीबो के झोंपड़े महल.
  • महत्त्वाकांक्षा वो नहीं है जो इंसान करना चाहता है, बल्कि वो है जो इंसान करता है, क्योंकि बिना कर्म के महत्त्वाकांक्षा बस एक कल्पना है।
  • महान महत्त्वाकांक्षा महान चरित्र की अभिलाषा होती है। जिनके पास ये होती है वो बहुत अच्छे या बहुत बुरे काम कर सकते हैं.
  • बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए