"भाषा": अवतरणों में अंतर
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* निज भाषा उन्नति अहै, सब भाषा को मूल । |
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: बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल |
: बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल ॥ — भारतेन्दु हरिश्चन्द्र |
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* जो एक विदेशी भाषा नहीं जानता, वह अपनी भाषा की बारे में कुछ नही जानता। — गोथे |
* जो एक विदेशी भाषा नहीं जानता, वह अपनी भाषा की बारे में कुछ नही जानता। — गोथे |
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* यदि हम एक अलग भाषा बोलें तो हम कुछ अलग तरह के संसार का अनुभव करेंगे। -- लुडविग विटगेंन्स्टाइन |
* यदि हम एक अलग भाषा बोलें तो हम कुछ अलग तरह के संसार का अनुभव करेंगे। -- लुडविग विटगेंन्स्टाइन |
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* एक अलग भाषा, जीवन की एक एलग दृष्टि भी है। फेदेरिको फेलिनी |
* एक अलग भाषा, जीवन की एक एलग दृष्टि भी है। -- फेदेरिको फेलिनी |
१८:५५, १६ जनवरी २०२२ का अवतरण
- निज भाषा उन्नति अहै, सब भाषा को मूल ।
- बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल ॥ — भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
- जो एक विदेशी भाषा नहीं जानता, वह अपनी भाषा की बारे में कुछ नही जानता। — गोथे
- भाषा हमारे सोचने के तरीके को स्वरूप प्रदान करती है और निर्धारित करती है कि हम क्या-क्या सोच सकते हैं।— बेन्जामिन होर्फ
- मेरी भाषा की सीमा, मेरी अपनी दुनिया की सीमा भी है। — लुडविग विटगेंस्टाइन
- आर्थिक युद्ध का एक सूत्र है कि किसी राष्ट्र को नष्ट करने के का सुनिश्चित तरीका है , उसकी मुद्रा को खोटा कर देना। (और) यह भी उतना ही सत्य है कि किसी राष्ट्र की संस्कृति और पहचान को नष्ट करने का सुनिश्चित तरीका है, उसकी भाषा को हीन बना देना ।..(लेकिन) यदि विचार भाषा को भ्रष्ट करते है तो भाषा भी विचारों को भ्रष्ट कर सकती है।— जार्ज ओर्वेल
- शिकायत करने की अपनी गहरी आवश्यकता को संतुष्ट करने के लिए ही मनुष्य ने भाषा का आविष्कार किया है। — लिली टॉमलिन
- श्रीकृष्ण ऐसी बात बोले जिसके शब्द और अर्थ परस्पर नपे-तुले रहे और इसके बाद चुप हो गए। वस्तुतः बड़े लोगों का यह स्वभाव ही है कि वे मितभाषी हुआ करते हैं। — शिशुपाल वध
- एक अलग भाषा, जीवन की एक अलग दृष्टि है।
- आप एक भाषा कभी भी नहीं समझ सकते जब तक कि आप कम से कम दो भाषाएँ नहीं समझते। -- जेफरी विलियम्स
- भाषा एक संस्कृति का रोड मैप है। यह बताता है कि इसके लोग कहां से आते हैं और कहां जा रहे हैं। -- रीता माइ ब्राउन
- किसी भी भाषा के खो जाने पर मुझे हमेशा खेद होता है, क्योंकि भाषाएं राष्ट्रों की वंशावली हैं। -- सैमुएल जॉनसन
- भाषा विचारों की पोशाक है। – सैमुएल जॉनसन
- भाषा आत्मा का रक्त है जिसमें विचार चलते हैं और जिसमें से वे बढ़ते हैं। ” –
- भाषा छिपी हुई शक्ति को उजागर करती है, जैसे ज्वार पर चंद्रमा। -- रीता माइ ब्राउन
- यदि हम एक अलग भाषा बोलें तो हम कुछ अलग तरह के संसार का अनुभव करेंगे। -- लुडविग विटगेंन्स्टाइन
- एक अलग भाषा, जीवन की एक एलग दृष्टि भी है। -- फेदेरिको फेलिनी